उन्नाव कोतवाली के सरकारी आवास में फंदे से लटकती मिली इंस्पेक्टर की लाश, 18 दिन पहले ही संभाला था चार्ज
उन्नाव
यूपी के उन्नाव में इंस्पेक्टर कोतवाली का शव कोतवाली परिसर स्थित उनके ही सरकारी आवास फंदे से लटकता मिला। इंस्पेक्टर अशोक वर्मा ने 18 दिन पहले ही सफीपुर कोतवाली का चार्ज सम्भाला था। दो दिन पहले उन्होंने यहां गैंगरेप और हत्या के एक मामले में आरोपितों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई पूरी कराई थी।
बताया जा रहा है कि रविवार की देर रात थाने का सारा काम निपटाने के बाद अशोक वर्मा अपने सरकारी आवास में गए थे। सुबह जब थाने का कर्मचारी उन्हें बुलाने गया तो उसे वहां उनका शव फंदे से लटकता मिला। इंस्पेक्टर का शव देखकर कर्मचारी के मुंह से चीख निकल गई। उसका चिल्लाना सुनकर ड्यूटी पर तैनात सिपाही और सीसीटीएन जीडी में तैनात कर्मचारी मौके की ओर दौड़ पड़े। थोड़ी देर बाद पुलिस ने परिवारीजनों को घटना की सूचना दे दी।
घटना की जानकारी मिलते ही एसपी मौके पर पहुंचे। वर्ष 2012 बैच के आश्रित कोटे से दरोगा पद पर भर्ती हुए अशोक वर्मा मूलतः बिजनौर के रहने वाले थे। जुलाई में उनका तबादला लखनऊ रेंज के खीरी से उन्नाव कर दिया गया था। पुलिस लाइन उन्नाव में आमद कर आते ही पांच जुलाई को एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना ने उन्हें सफीपुर कोतवाली प्रभारी पद की कमान सौंपी थी।
जांच में जुटी पुलिस
पुलिस इसे आत्महत्या का मामला मानकर चल रही है। हालांकि इंस्पेक्टर कोतवाली ने आत्महत्या क्यों की यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है। पुलिस का कहना है कि सभी पहलुओं की जांच की जाएगी।