युवा मोर्चा का संदेश, अनुशासनहीनता नहीं होगी बर्दाश्त
भोपाल
भाजपा युवा मोर्चा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का महाकाल मंदिर परिसर के नंदी हॉल में जबरदस्ती घुसना भारी पड़ गया है। इसमें शामिल सभी 18 पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को अपने पदों और दायित्वों से हटा दिया गया है। इस कार्यवाही के जरिए भाजपा और युवा मोर्चा ने अनुशानहीनता बर्दाश्त नहीं किये जाने का संदेश भी दे दिया है। इस मामले को युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वैभव पंवार ने गंभीरता से लिया था।
युवा मोर्चा के डेढ़ दर्जन कार्यकर्ता और पदाधिकारी शुक्रवार को प्रदेश भाजपा दफ्तर में मोर्चा के अध्यक्ष के सामने पेश हुए थे। इनमें से कुछ युवाओं ने अपने पक्ष में सफाई भी दी। इनकी बात सुनने के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के निर्देश पर वैभव पंवार ने सभी डेढ़ दर्जन पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को अपने पदों से हटा दिया है।
यह है मामला
तीन दिन पूर्व उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन करने के लिए युवा मोर्चा के राष्टÑीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या गए थे। उनके साथ कुछ युवा नेता भी नंदी हॉल में जाने का प्रयास करने लगे। इस दौरान पुलिस ने इन्हें नंदी हाल में नहीं जाने देने के लिए ब्रेरिकेड लगाकर रोकने का प्रयास किया, लेकिन युवा मोर्चा के ये कार्यकर्ता और पदाधिकारी नहीं माने और पुलिस से झड़प कर नंदी हाल में पहुंच गए।
पहले दिया कारण बताओ नोटिस
युवा मोर्चा के प्रदेश सह कार्यालय मंत्री उमाशंकर राजपूत ने इस मामले में युवा मोर्चा के उज्जैन नगर के अध्यक्ष अमय शर्मा और उज्जैन ग्रामीण के अध्यक्ष नरेंद्र सिह जलवा को भी कारण बताओ नोटिस दिया था। कार्यकारिणी सदस्य देवेंद्र बाघेला, सौरभ गोशर, लक्की गुर्जर, शुभम डब्बेवाला, नागदा के मंडल अध्यक्ष भवानी देवड़ा, पूर्व सरपंच अम्बोदिया गोर्वधन सिंह डोंडिया सहित डेढ़ दर्जन कार्यकर्ताओं को नोटिस दिया था। इसके बाद इन सभी को पदों से हटा दिया गया है।