मोतिहारी में शराब के खिलाफ कार्रवाई से बवाल, 24 घंटे में दो बार पुलिस पर हमला; होमगार्ड जवान की मौत
बिहार
बिहार में शराबबंदी को लेकर हो रही कार्रवाई के बीच उत्पाद पुलिस पर हमले की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। पूर्वी चंपारण जिले में 24 घंटे के भीतर दो बार पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया। विशुनपुर के एक व्यक्ति को उत्पाद विभाग की टीम द्वारा शराब पीने के मामले में पकड़ने पर ग्रामीणों ने सोमवार रात हमला बोल दिया। लोगों की पिटाई से होमगार्ड जवान की मौत हो गई। इससे पहले पिपरा थाना इलाके के सरियतपुर तुरहा टोली गांव में भी शराब तस्करों के खिलाफ छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने पथराव किया। इसमें चार पुलिसकर्मी जख्मी हो गए।
जानकारी के मुताबिक शराब पीकर आ रहे विशुनपुर के एक व्यक्ति को उत्पाद टीम ने सोमवार रात चेकिंग के दौरान पकड़ा। इस पर स्थानीय लोग भड़क गए। ग्रामीणों ने उत्पाद पुलिस पर हमला बोल दिया। ग्रामीणों की पिटाई से होमगार्ड का जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे इलाज के लिए घोड़ासहन पीएचसी लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। मृतक जवान हृदय नारायण राय जितना थाना इलाके के रेंगनिया का रहने वाला था। उसकी घोड़ासहन उथ्पाद चेक पोस्ट पर ड्यूटी थी।
वहीं, पिपरा थानांतर्गत सरियतपुर तुरहा टोली गांव में रविवार देर शाम शराब तस्करों के खिलाफ छापेमारी के दौरान पुलिस पर ग्रामीणों ने पथराव कर दिया।इसमें एक एसआई सहित चार पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। घटना के बाद पुलिस ने गांव में छापेमारी कर अभियुक्त को बचाने व पुलिस पर पथराव करने के आरोप में 23 लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं 46 नामजद व 25 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि शराब कारोबारियों के विरुद्ध अभियान के दौरान सरीयतपुर बाजार में पुलिस छापेमारी करने गई थी। वहां एक आरोपी को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में ले लिया। लेकिन आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर दिया। इसमें एसआई सूर्य देव प्रसाद, चौकीदार दिवाकर व दो महिला पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं। घटना के बाद से अधिकतर महिलाएं एवं पुरुष गांव छोड़कर फरार हो गए हैं। थानाध्यक्ष के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों के विरुद्ध पुलिस बल पर हमला करने के मामले की जांच कर कार्रवाई की जा रही है।