महिलाओं को आजीविका से जोड़कर सक्षम बनाने हुआ शिखर सम्मेलन
रायपुर
छत्तीसगढ़ के कृषि विभाग के साथ मिलकर एसडीएफसी बैंक ने अपने परिवर्तन कार्यक्रम के तहत मंगलवार को छत्तीसगढ़ ग्रामीण आजीविका शिखर सम्मेलन 2023 का आयोजन किया जिसमें किसानों के साथ ही ग्रामीण महिलाएं भी शामिल हुई। उन्हें इस दौरान बताया कि वे किस तरह से छत्तीसगढ़ शासन द्वारा चलाए जा रहे रीपा अभियान से जुड़कर वह अपने आजीविका को और सक्षम बना सकता है। इसमें राज्य शासन के साथ ही केंद्र सरकार का भी सहयोग मिलता है। वहीं दूसरी ओर किसानों को यह भी बताया कि वे खुद ही एक ब्रोकर बनकर अपनी फसल को बिचौलियों के बजाए सीधे बेच सकते हैं। फूड प्रोसेसिंग को बढ़ावा देने के लिए जांजगीर चांपा, बिलासपुर, धमतरी और महासमुंद के किसानों को किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) से जोड़कर उन्हें रोजगार उपलब्ध करा रहे है और उनकी योजना बस्तर संभाग की ओर है जहां के किसानों को भी एफपीओ से जोड़ा जाएगा।
ग्रांट थॉर्नटन भारत एलएलपी और सोसाइटी फॉर डेवलपमेंट अल्टरनेटिव्स द्वारा आयोजित शिखर सम्मेलन में किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ), सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के साथ ही किसानों को मौसम के अनुसार होने वाली परिस्थतियों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। विशेषकर ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा देने के लिए महिलाओं को आजीविका के विकास और संबंधित एफपीओ की स्थिरता के लिए एक सक्षम वातावरण विकसित करने की रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ ग्रामीण आजीविका शिखर सम्मेलन 2023 में मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, नीति, योजना, कृषि और ग्रामीण विकास, डॉ. कमलप्रीत सिंह, आईएएस, प्रमुख सचिव कृषि, श्रीमती उपस्थित थीं। पद्मिनी भोई साहू, आईएएस, एसएमडी, सीजीएसआरएलएम (बिहान), श्री आनंद बाबू, आईएफएस, अतिरिक्त। एमडी, सीजी माइनर फॉरेस्ट प्रोड्यूस मार्केटिंग फेडरेशन, श्री मतेश्वरन वी, आईएफएस, एमडी, सीजी बीज निगम और निदेशक बागवानी, प्रोफेसर वी. पद्मानंद, श्री तरुण बैजनाथ और श्री चिराग जैन: भागीदार, ग्रांट थॉर्नटन भारत और राज्य के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।