सतपुड़ा की आग ने सवा सौ डेंटिस्ट्स की नियुक्ति प्रक्रिया को किया खाक
भोपाल
सतपुड़ा भवन में 12 जून को लगी आग में करीब सवा सौ दंत चिकित्सकों की नियुक्ति प्रक्रिया झुलस कर रह गई है। आग लगने की आड़ में स्वास्थ्य विभाग के अफसर नव चयनित दंत चिकित्सकों की भर्ती के बाद नियुक्ति आदेश जारी नहीं कर रहे हैं। इसके लिए सरकार ने पीएससी के परिणाम घोषित किए जाने के बाद की पूरी प्रक्रिया रोक रखी है।
प्रदेश में दस साल बाद दंत चिकित्सकों की भर्ती स्वास्थ्य विभाग ने पीएससी के माध्यम से निकाली और परीक्षा ली गई पर अब नियुक्ति पत्र जारी करने में आनाकानी की जा रही है। चयनित डॉक्टर्स का कहना है कि नियुक्ति के पहले भर्ती प्रक्रिया में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने ही काफी देरी की और अब सरकार भी उनकी नियुक्ति को लेकर के टाल मटोल भरा जवाब दे रही है। अभ्यर्थियों का कहना है कि 23 जून को पीएससी का अंतिम परीक्षा परिणाम जारी कर दिया गया लेकिन अभी तक स्वास्थ्य विभाग के द्वारा चॉइस फिलिंग की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है।
दूसरी परीक्षाओं में हो गई नियुक्ति
बताया गया है कि शिशु रोग विशेषज्ञ और जनरल सर्जरी डॉक्टर का अंतिम परीक्षा परिणाम आए हुए सात दिन के भीतर उन्हें नियुक्ति आदेश थमा दिए गए लेकिन सरकार दंत चिकित्सकों के साथ छलावा कर रही है। हालांकि दंत चिकित्सा में सुधार के लिए कुछ समय पहले सरकार के द्वारा 40 करोड़ का बजट भी चिकित्स यूनिट व प्रयोगशाला उन्नति करण के लिए जारी किया गया है। अभ्यर्थियों का कहना है कि एक ओर सीएम शिवराज 15 अगस्त तक 1.15 लाख पदों की भर्ती की बात कह रहे हैं वहीं दूसरी ओर अफसरों ने इस प्रक्रिया को अधर में लटका रखा है।