निगम, मंडल, आयोग में समर्पित एवं अनुभवी कांग्रेसियों को स्थान मिले : रिजवी
रायपुर
कांग्रेस में अपने 45 वर्षों के कांग्रेसी इतिहास का हवाला देते हुए मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष तथा वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने कहा है कि चर्चा है कि निगम, मंडल, आयोग एवं विभिन्न प्रदेश स्तरीय समितियों में नऐ चेहरों को लिया जाना तय ह। यह अच्छी पहल है। इस गठन में तरमीम करते हुए कहा है कि ऐसे गठन में सीनियर कांग्रेसियों की उपेक्षा न होने पाए इसका ध्यान रखना आवश्यक है। प्रदेश में लगभग 12 प्रतिशत सीनियर सिटीजन हैं उन्हें नकारा न जाए तथा जिन लोगों ने अपनी जवानी से लेकर अभी तक कांग्रेस में सेवारत है उनकी अनदेखी न करते हुए उपयुक्त निगम, मंडल एवं आयोग तथा समितियों के गठन के समय निष्ठावान कांग्रेसियों की पूर्व सेवाओं के मद्देनजर उन्हें भी समुचित स्थान देना चुनाव पूर्व गठित होने वाली समितियों में उचित होगा यह वक्त का तकाजा है।
रिजवी ने अपने व्यक्तिगत् सुझाव में कहा है कि विधानसभा चुनाव को मात्र चार माह ही शेष है। किसी को तीन-चार माह के लिए नियुक्ति देना तुष्टिकरण की श्रेणी में आ जाऐगा। तीन-चार माह में होने वाले चुनाव के पश्चात् किसी को पदस्थ होने वाले नेताओं की नियुक्ति चुनाव में योगदान एवं मेहनत को देखकर ही किया जाना मेरी नजरों में उचित होगा। यहां यह बताना उपयुक्त होगा कि अविभाजित मध्यप्रदेश के सन् 1998 में चुनाव पूर्व सभी निगम, मंडल एवं विभिन्न समितियों के पदाधिकारियों से तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह ने इस्तीफा ले लिया था ताकि नया मुख्यमंत्री जो भी आऐ उसे नियुक्तियों में कोई हिचक या कठिनाई उत्पन्न न हो।