Adani ग्रुप 5G की नीलामी में हिस्सा नहीं लेगा
मुंबई
उद्योगपति गौतम अडानी के अडानी ग्रुप ने जल्द होने जा रही 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए एप्लाई किया है. तब से ही ये माना जा रहा था कि कंपनी के टेलीकॉम सेक्टर में एंट्री करने से Jio और Airtel की दिक्कत बढ़ सकती है, लेकिन अब जब कंपनी का 5G Plan सामने आया है, तो इन दोनों कंपनियों की टेंशन खत्म होती दिख रही है. जानें क्या है ये प्लान…
Adani का 5G Plan
अडानी ग्रुप ने साफ किया है कि वो कस्टमर्स को 5जी सर्विस देने नहीं जा रही है, बल्कि उसे 5G स्पेक्ट्रम अपने कारोबार के लिए चाहिए. इसलिए उसने इस बार की बिड प्रोसेस में हिस्सा लिया है. कंपनी को अपने एयरपोर्ट और पोर्ट पर साइबर सिक्योरिटी, पावर जेनरेशन, ट्रांसमिशन, फैक्टरीज, रिटेल से लेकर डेटा सेंटर तक और सुपर ऐप्स के लिए हाई-क्वालिटी और स्पीड वाला इंटरनेट चाहिए.
अडानी ग्रुप के 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी में हिस्सा लेने की खबर दी थी. इसे मुकेश अंबानी की Reliance Jio और सुनील भारती मित्तल के Airtel के लिए बड़ी चुनौती माना जा रहा है, लेकिन अब कंपनी का 5G Plan बाहर आने के बाद इन दोनों कंपनियों की टेंशन कम होती दिख रही है.
26 जुलाई को होगी नीलामी
खबर के मुताबिक टेलीकॉम सेक्टर की तीन प्राइवेट कंपनियां जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) ने 26 जुलाई को होने वाली स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए आवेदन किया है. इसमें एंट्री मारने वाली चौथी कंपनी अडानी ग्रुप है. कंपनी ने हाल ही में नेशनल लॉन्ग डिस्टेंस (NLD) और इंटरनेशनल लॉन्ग डिस्टेंस (ILD) लाइसेंस हासिल किए हैं.
5G स्पेक्ट्रम की होनी है नीलामी
सरकार ने 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए जो टाइमलाइन तय की है, उसके हिसाब से 12 जुलाई आवेदन करने वालों की जानकारी 12 जुलाई को सार्वजनिक की जाएगी. सरकार कुल 72,097.85 MHz स्पेक्ट्रम की नीलामी करने जा रही है. इसका मूल्य करीब 4.3 लाख करोड़ रुपये है. इस नीलामी के तहत निचली फ्रीक्वेंसी बैंड में 600 MHz, 700 MHz, 800 MHz, 900 MHz, 1800 MHz, 2100 MHz, 2300 MHz और मिड फ्रीक्वेंसी बैंड में 3300 MHz और हाई फ्रीक्वेंसी बेंड में 26 GHz स्पेक्ट्रम की नीलामी की जानी है.