November 25, 2024

शारदीय नवरात्रि कब से हो रही प्रारम्भ ? कलश स्थापना का क्या है शुभ मुहूर्त

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शारदीय नवरात्रि की शुरूआत आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है. इस दिन कलश स्थापना या घटस्थापना के साथ नवदुर्गा की पूजा और नवरात्रि व्रत प्रारंभ होते हैं. शारदीय नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है. सामान्यतया नवरात्रि 9 या 10 दिन की होती है. अधिकतर लोग नवरात्रि के पहले दिन और अष्टमी को व्रत रखते हैं, वहीं 9 दिन के भी व्रत रखे जाते हैं. शारदीय नवरात्रि की दशमी ति​थि को विजयादशी मनाई जाती है, उस दिन दशहरा भी मनाते हैं. इस नवरात्रि के समय पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा का उत्सव मनाते हैं.  जानते हैं कि शारदीय नवरात्रि कब से शुरू हो रही है? शारदीय नवरात्रि की कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त क्या है?

शारदीय नवरात्रि 2023 का शुभारंभ
पंचांग के अनुसार, इस साल आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 14 अक्टूबर शनिवार को रात 11 बजकर 24 मिनट से प्रारंभ हो रही है और यह तिथि 15 अक्टूबर रविवार को देर रात 12 बजकर 32 मिनट पर समाप्त होगी. उदयातिथि को देखते हुए शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर रविवार से शुरू होगी.

 

शारदीय नवरात्रि 2023 कलश स्थापना मुहूर्त
शारदीय नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना करते हैं. इस साल कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त दिन में 11 बजकर 44 मिनट से दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक है. यह उस दिन का शुभ मुहूर्त है. घटस्थापना के लिए आपको 46 मिनट का समय प्राप्त होगा.

शारदीय नवरात्रि 2023 दुर्गा अष्टमी और महानवमी
इस साल शारदीय नवरात्रि की दुर्गा अष्टमी 22 अक्टूबर को है. उस दिन महागौरी की पूजा करके कन्या पूजन और हवन करते हैं. महानवमी 23 अक्टूबर सोमवार को है.

विजयादशमी 2023 दशहरा
विजयादशमी का उत्सव 24 अक्टूबर दिन मंगलवार को है. उस दिन नवरात्रि का पारण के साथ समापन होगा. 24 अक्टूबर को ही दशहरा मनाया जाएगा. देशभर में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतलों का दहन होगा.

नवरात्रि 2023 दूर्गा पूजा कैलेंडर
15 अक्टूबर, रविवार: घटस्थापना, शैलपुत्री पूजा
16 अक्टूबर, सोमवार: ब्रह्मचारिणी पूजा
17 अक्टूबर, मंगलवार: चन्द्रघण्टा पूजा
18 अक्टूबर, बुधवार: कूष्माण्डा पूजा, विनायक चतुर्थी
19 अक्टूबर, गुरुवार: स्कन्दमाता पूजा

20 अक्टूबर, शुक्रवार: कात्यायनी पूजा
21 अक्टूबर, शनिवार: कालरात्रि पूजा
22 अक्टूबर, रविवार: दुर्गा अष्टमी, महागौरी पूजा, कन्या पूजा
23 अक्टूबर, सोमवार: महानवमी, हवन
24 अक्टूबर, मंगलवार: विजयादशमी, दशहरा, नवरात्रि पारण, दुर्गा विसर्जन

शारदीय नवरात्रि कब से हो रही प्रारम्भ ? कलश स्थापना का क्या है  शुभ मुहूर्त

शारदीय नवरात्रि की शुरूआत आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है. इस दिन कलश स्थापना या घटस्थापना के साथ नवदुर्गा की पूजा और नवरात्रि व्रत प्रारंभ होते हैं. शारदीय नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है. सामान्यतया नवरात्रि 9 या 10 दिन की होती है. अधिकतर लोग नवरात्रि के पहले दिन और अष्टमी को व्रत रखते हैं, वहीं 9 दिन के भी व्रत रखे जाते हैं. शारदीय नवरात्रि की दशमी ति​थि को विजयादशी मनाई जाती है, उस दिन दशहरा भी मनाते हैं. इस नवरात्रि के समय पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा का उत्सव मनाते हैं.  जानते हैं कि शारदीय नवरात्रि कब से शुरू हो रही है? शारदीय नवरात्रि की कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त क्या है?

शारदीय नवरात्रि 2023 का शुभारंभ
पंचांग के अनुसार, इस साल आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 14 अक्टूबर शनिवार को रात 11 बजकर 24 मिनट से प्रारंभ हो रही है और यह तिथि 15 अक्टूबर रविवार को देर रात 12 बजकर 32 मिनट पर समाप्त होगी. उदयातिथि को देखते हुए शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर रविवार से शुरू होगी.

 

शारदीय नवरात्रि 2023 कलश स्थापना मुहूर्त
शारदीय नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना करते हैं. इस साल कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त दिन में 11 बजकर 44 मिनट से दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक है. यह उस दिन का शुभ मुहूर्त है. घटस्थापना के लिए आपको 46 मिनट का समय प्राप्त होगा.

शारदीय नवरात्रि 2023 दुर्गा अष्टमी और महानवमी
इस साल शारदीय नवरात्रि की दुर्गा अष्टमी 22 अक्टूबर को है. उस दिन महागौरी की पूजा करके कन्या पूजन और हवन करते हैं. महानवमी 23 अक्टूबर सोमवार को है.

विजयादशमी 2023 दशहरा
विजयादशमी का उत्सव 24 अक्टूबर दिन मंगलवार को है. उस दिन नवरात्रि का पारण के साथ समापन होगा. 24 अक्टूबर को ही दशहरा मनाया जाएगा. देशभर में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतलों का दहन होगा.

नवरात्रि 2023 दूर्गा पूजा कैलेंडर
15 अक्टूबर, रविवार: घटस्थापना, शैलपुत्री पूजा
16 अक्टूबर, सोमवार: ब्रह्मचारिणी पूजा
17 अक्टूबर, मंगलवार: चन्द्रघण्टा पूजा
18 अक्टूबर, बुधवार: कूष्माण्डा पूजा, विनायक चतुर्थी
19 अक्टूबर, गुरुवार: स्कन्दमाता पूजा

20 अक्टूबर, शुक्रवार: कात्यायनी पूजा
21 अक्टूबर, शनिवार: कालरात्रि पूजा
22 अक्टूबर, रविवार: दुर्गा अष्टमी, महागौरी पूजा, कन्या पूजा
23 अक्टूबर, सोमवार: महानवमी, हवन
24 अक्टूबर, मंगलवार: विजयादशमी, दशहरा, नवरात्रि पारण, दुर्गा विसर्जन

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