स्वतंत्रता संग्राम में RSS के योगदान पर सवाल उठाने वालों को इतिहास पढ़ने की जरूरत: तेजस्वी सूर्या
नई दिल्ली
भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने स्वतंत्रता संग्राम में आरएसएस के योगदान पर सवाल उठाने वालों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पार्टी का युवा मोर्चा (भारतीय जनता युवा मोर्चा) ऐसे लोगों के लिए इतिहास की कक्षाएं आयोजित करेगा। तेजस्वी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक ही परिवार की सराहना करने वाला इतिहास पिछले 75 वर्षों से पढ़ाया जा रहा है।
तेजस्वी सूर्या ने कहा, 'यह दुर्भाग्य की बात है कि बीते 75 साल से खास तरह का इतिहास पढ़ाया जा रहा है जो केवल एक परिवार की सराहना करता चला आ रहा है। बाल गंगाधर तिलक, वीर सावरकर, बाबासाहेब अम्बेडकर, सरदार पटेल और अन्य सहित स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को जानबूझकर कमतर दिखाया गया है। हमारे स्वतंत्रता संग्राम को 360 डिग्री समझने के लिए 'आजादी का अमृत महोत्सव' में उनके लिए स्पेशल क्लास का आयोजित होगी।'
RSS ने सोशल मीडिया अकाउंट्स की डीपी बदली
गौरतलब है कि स्वतंत्रता दिवस से पहले आरएसएस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर प्रोफाइल तस्वीर में पारंपरिक भगवा ध्वज को बदलकर राष्ट्रीय ध्वज लगा दिया। दरअसल, देश की आजादी के 75वें सालगिरह के तहत 'आजादी का अमृत महोत्सव' मनाया जा रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो से 15 अगस्त के बीच लोगों से सोशल मीडिया पर प्रोफाइल तस्वीर में 'तिरंगा' लगाने की अपील की है।
आरएसएस, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का वैचारिक संगठन है। आरएसएस के राष्ट्रीय ध्वज पर रुख की कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों ने आलोचना की थी। आरएसएस का संदर्भ देते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि जिस संगठन ने नागपुर स्थित अपने मुख्यालय में 52 साल तक तिरंगा नहीं फहराया, क्या वह प्रधानमंत्री के सोशल मीडिया पर प्रोफाइल तस्वीर में राष्ट्रीय ध्वज लगाने के संदेश का पालन करेगा।