बस्तर के जांबाज समीर को चौथी बार मिलेगा राष्ट्रपति वीरता पदक
जगदलपुर
छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग में कार्यरत निरीक्षक अब्दुल समीर द्वारा अपने कर्तव्य निर्वहन के दौरान सतत नक्सल विरोधी पदस्थापना के समय वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सतत मार्गदर्शन में किए गए कई सारे विशेष अभियान जिसमें उनके द्वारा कुशल नेतृत्व, सराहनीय कार्यों के परिणामस्वरुप निरीक्षक समीर को चौथी बार राष्ट्रपति वीरता पदक आगामी राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस को प्राप्त होगा।
उक्त वीरता पदक पूर्व में जिला-बीजापुर पदस्थापना के दौरान एक विशेष संयुक्त अभियान आपरेशन प्रहार जो की वर्ष 2017-18 को जिला बीजापुर-सुकमा सीमा के करीब हुए एक पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के दौरान अपनी जान की परवाह न करते हुए उनके अदम्य साहस, वीरतापूर्वक और साहसिक कार्य के परिणाम स्वरूप जिसमें नक्सल संगठन के शीर्ष मिलेट्री बटालियन से हुए एक मुठभेड़ के दौरान एक पुरूष हार्डकोर सशस्त्र नक्सली (सेक्शन कमांडर) को मार गिराने सहित अत्याधुनिक हथियार एसएलआर रायफल सहित, भारी मात्रा में गोला-बारूद, नक्सल सामग्री ओर नक्सलियो के कैंप आदि को ध्वस्त करने ओर बिना किसी नुकसान के अपनी पूरी पुलिस टीम को सफलता पूर्वक वापसी किए जाने पर यह वीरता पदक से विशेष समारोह में अलंकृत किया जायेगा।
निरीक्षक अब्दुल समीर द्वारा अपने सेवाकाल के दौरान कई सारे विशेष अभियान में कुशल नेतृत्व, सराहनीय, साहसिक व सतत उत्कृष्ट कार्य करने वाले बस्तर जिला के मूलत: निवासी है जो अभी वर्तमान में जिला सुकमा में पदस्थ है, जिन्हें उनके साहसिक कार्यों के लिए आगामी 15 अगस्त 2022 राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस के दौरान प्रदेश की राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित एक विशेष समारोह पर माननीय मुख्यमंत्री महोदय छ?ग? शासन भूपेश बघेल जी के द्वारा राष्ट्रपति वीरता पदक से अलंकृत कर सम्मानित किया जायेगा, उक्त पदक दिए जाने की घोषणा, अधिसूचना विगत वर्ष महामहिम राष्ट्रपति कार्यालय से हुई थी।
पूर्व में भी निरीक्षक अब्दुल समीर को उन्हें देश-भक्ति, कुशल नेतृत्व क्षमता व सतत साहसिक कार्यो के लिए राष्ट्रपति वीरता पदक(तीन बार) सहित ओर कई सारे अवार्ड आदि मिल चुका है। इस वर्ष राष्ट्रीय महापर्व में उन्हें निरीक्षक अब्दुल समीर को चौथी बार राष्ट्रपति वीरता पदक प्राप्त होगा उन्होंने इस वीरता पदक व कामयाबी को लगातार वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के कुशल मार्गदर्शन का नतीजा ओर अपने स्वर्गीय माता-पिता की दुआओं का प्रतिफल बताया जोपूर्व में हमेशा राष्ट्र प्रेम के लिए कुछ करने हेतु प्रेरित करते रहे है, साथ ही उक्त कार्यों हेतु सदैव प्रेरणाश्रोत, साथ देने ओर आत्मबल को बनाए रखने हेतु अपने पत्नी, बच्चों, बड़ी दोनो बहनो ओर अन्य सभी रिश्तेदार, मित्रगण, आदरणीय गुरुजन का स्नेह ओर आशीर्वाद ओर साथी अधिकारी/कर्मचारियों, अन्य सुरक्षा बल आदि लगातार सहयोग ओर संयुक्त टीम वर्क में किए गए कार्यों का ही परिणाम बताया है जिसके बदौलत यह साहसिक कार्य करने का जज्बा प्राप्त हो सका।