अमेरिका ने नई डिफेंस सिस्टम के रडार को रूस और चीन की ओर मोड़ा
वॉशिंगटन
दुनियाभर में जारी युद्ध के माहौल को देखते हुए अमेरिका को मिसाइल हमले का खतरा सताने लगा है। अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को डर है कि वैश्विक तनातनी के बीच उत्तर कोरिया और रूस जैसे देश मिसाइल से हमला कर सकते हैं। इस कारण अमेरिका ने लॉकहीड मॉर्टिन के बनाए अपने लॉन्ग रेंज डिस्क्रिमिनेशन रडार (LRDR) को मिसाइल डिफेंस सिस्टम के साथ जोड़कर एक्टिवेट कर दिया है। यह रडार लंबी दूरी तक दुश्मन की मिसाइल को ट्रैक कर सकता है। इससे अमेरिका के पास मिसाइल के दागे जाने के समय से ही अलर्ट मिलना शुरू हो जाएगा। इस रडार को चीन और रूस की तरफ मुंह करके तैनात किया गया है। अमेरिका ने इस रडार को अलास्का के अलावा कई दूसरी जगहों पर भी तैनात किया है।
अमेरिकी मिसाइल डिफेंस की बढ़ेगी ताकत
यूएस नॉर्दन कमांड नॉर्थकॉम (NORTHCOM) के जनरल जॉय लेस्टोर्टी ने कहा कि हम महीनों से इस रडार का परीक्षण कर रहे थे। इस रडार के शामिल होने से अमेरिका के मिसाइल डिफेंस आर्टिटेक्चर में बड़ा बदलाव होने वाला है। हमने टेस्टिंग के दौरान कई सकारात्मक परिणाम देखे हैं कि यह रडार हमारे लिए क्या कर सकता है। यह खतरों को कम करेगा और जमीन पर आधारित इंटरसेप्टर इंगेजमेंट को और अधिक घातक बनाएगा। लेस्टोर्टी ने यह भी बताया कि अमेरिका के उत्तरी इलाके की सुरक्षा नॉर्थकॉम कमांडर जनरल ग्लेन वैनहेर्क की सर्वोच्च प्राथमिकता है और यह रडार उस लक्ष्य को पाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
लंबी दूरी से लक्ष्य को ट्रैक कर सकता है यह रडार
अमेरिकी रक्षा विभाग ने एलआरडीआर रडार को टू-इन-वन सिस्टम बताया है, जो कम-आवृत्ति और उच्च-आवृत्ति वाले रडारों को जोड़ती है। इनमें से एक अंतरिक्ष में मौजूद कई ऑब्जेक्ट्स को एक साथ ट्रैक कर सकता है, लेकिन यह नहीं बता सकता कि इनमें कौन सा हमारे लिए खतरा है। वहीं, दूसरा रडार नजदीक से हवाई क्षेत्र को स्कैन करता है, लेकिन यह विशिष्ट खतरों को पहचान सकता है उनके बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारी भी दे सकता है। यह रडार बैलिस्टिक, क्रूज और हाइपरसोनिक मिसाइल खतरों से निपटने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
अंतरिक्ष में भी इस रडार की पहुंच, स्पेस कमांड को भी फायदा
यूएस नॉर्दन कमांड नॉर्थकॉम ने यह भी बताया कि एलआरडीआर रडार अंतरिक्ष के कचरे और उपग्रहों के बीच भी भेदभाव कर सकता है। ऐसे में यह यूएस स्पेस कमांड को भी जरूरी जानकारी मुहैया करवा सकता है। हालांकि, इसकी रेंज और क्षमताओं के बारे में अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कोई भी जानकारी नहीं दी है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इस रडार के आने से अमेरिका की मिसाइल डिफेंस की रेंज काफी ज्यादा बढ़ जाएगी। रूस के एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम का रडार 600 किलोमीटर की दूरी तक के क्षेत्र को स्कैन कर सकता है।