संत शिरोमणि समरसता यात्रा का मनगवां और रायुपर कर्चुलियान में हुआ स्वागत
- मंदिरों के माध्यम से ही देश की सांस्कृतिक सामाजिक एकता बरकरार – सांसद जर्नादन मिश्र
- संत शिरोमणि रविदास जी के संदेशों से देश में शांति कायम होगी – विधायक मनगवां
- संत रविदास जी के विचार आज भी प्रासंगिक हैं – विधायक गुढ़
रीवा
रीवा जिले में 29 जुलाई तथा 30 जुलाई को संत शिरोमणि रविदास जी समरसता यात्रा में भ्रमण किया। पूरे प्रदेश में 25 जुलाई से 5 समरसता यात्राएं निकाली जा रही हैं इनका समापन 12 अगस्त को सागर में होगा। समरसता रथ यात्रा 30 जुलाई को देवतालाब विधानसभा क्षेत्र के देवतालाब से आरंभ हुई ग्राम पथरहा में विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने समरसता रथ यात्रा का स्वागत किया तथा संत शिरोमणि की चरण पादुका का पूजन किया।
ग्राम पथरहा में विधानसभा अध्यक्ष ने मनगवां विधायक डॉ. पंचूलाल प्रजापति को समरसता रथ यात्रा को कामन सौंपी। मनगवां विधानसभा क्षेत्र के ग्राम टिकुरी, चंदेह, मिश्रिरगवां तथा जरहा होते हुए समरसता रथ यात्रा मनगवां के हरिजन बस्ती वार्ड क्रमांक 9 पहुंची। समरसता रथ यात्रा में मनगवां में जनसंवाद तथा चरण पादुका पूजन और समरसता भोज का आयोजन किया गया।
जनसंवाद में सांसद जनार्दन मिश्र ने कहा कि भक्ति मार्ग का सबसे बड़ा उपदेश है "मन चंगा तो कठौती में गंगा" अगर मन में श्रद्धा, निर्मलता और पवित्रता है तो जहां चाहिए वहां भगवान मिलेंगे। भारत देश में प्रमुख मान्यता भक्ति मार्ग की रही है और इसी का स्वरूप मंदिर है।मंदिरों के माध्यम से ही देश की सांस्कृतिक सामाजिक एकता बरकरार रही है। आज काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, केदारनाथ धाम में पुनरुद्धार का काम चल रहा है, मध्यप्रदेश सरकार ने के उज्जैन में महाकाल लोक बनाया।
इसी कड़ी में संत रविदास जी की स्मृति को अक्षुण्य बनाए रखने के लिए सागर जिले में सौ करोड़ रुपए से उनके मंदिर परिसर के निर्माण का काम शुरू होने वाला है। इस निर्माण कार्य को अकेले साकार न करे इसमें सबकी सहभागिता रहे, इसलिए गांव गांव की माटी, एक एक कण, एक एक आदमी की श्रद्धा उस मंदिर में समाहित हो इस उद्देश्य से यह समरसता यात्रा निकाली जा रही है। हम सौभाग्यशाली हैं कि मंदिर निर्माण में हमारी भी सहभागिता मानी जाएगी।
जनसंवाद में विधायक प्रजापति ने कहा कि संत शिरोमणि रविदास जी महराज के संदेशों से देश में शांति कायम होगी। रविदास जी ने जाति पांति का भेद मिटाने और सामाजिक एकता का संदेश दिया। आज हम सबके लिए सौभाग्य का दिन है कि हमें समरसता रथ यात्रा में शामिल होने का अवसर मिला है। इस रथ यात्रा के माध्यम से क्षेत्र की पवित्र नदियों का जल और गांव-गांव से मिट्टी का संकलन किया जा रहा है। यह जल और मिट्टी 12 अगस्त को सागर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 102 करोड़ रूपये की लागत से बनाये जा रहे संत रविदास मंदिर के भूमिपूजन में शामिल होगा।
समारोह में यात्रा के संयोजक तथा अनुसूचित जाति के मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. कैलाश जाटव ने कहा कि संत शिरोमणि रविदास जी समरसता के अग्रदूत थे। सागर में उनका विशाल और भव्य मंदिर बनाया जा रहा है। यह मंदिर उनकी शिक्षाओं तथा संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने का केन्द्र बनेगा। पूरे प्रदेश में समरसता रथ यात्रा के माध्यम से गुरू रविदास जी के उपदेशों का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इसके बाद रथ यात्रा गुढ़ विधानसभा क्षेत्र के रायपुर कर्चुलियान पहुंची। समरसता रथ यात्रा का स्वागत करते हुए विधायक गुढ़ नागेन्द्र सिंह ने कहा कि संत रविदास जी के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। रविदास जी ने सामाजिक समरसता और एकता का जो मार्ग दिखाया है
उस पर चलकर देश और समाज उन्नति करेगा। हमारी सरकार सभी वर्गों और धर्मों के संतों तथा महापुरूषों का सम्मान करती है। उनके विचारों और शिक्षाओं को आमजनता तक पहुंचाया जा रहा है। शासन की कल्याणकारी योजनाओं से लाखों गरीब और वंचित वर्ग के व्यक्ति लाभांवित हो रहे हैं।
समरसता यात्रा एवं जनसंवाद कार्यक्रम में यात्रा के प्रभारी एवं जिले के महामंत्री सुरेंद्र सिंह, अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष एवं यात्रा के सह प्रभारी शियाशरण साकेत, मंडल अध्यक्ष नामवर सिंह जी, विधानसभा प्रभारी संजय दुबे, नगर पंचायत अध्यक्ष बुटला बंसल, स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, सरपंचगण, अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में स्थानीय जन उपस्थित रहे।