कहीं आपके घर के इस कोने में तो नहीं वास्तु दोष!
आज के समय में वास्तु का प्रचलन काफी हो गया है। बहुत से लोग वास्तु को अपना रहे हैं, क्योंकि वास्तु में हर समस्या का समाधान बताया गया है। कहते हैं कि अगर घर का हर कोना वास्तु के हिसाब से हो जाए तो व्यक्ति की आधी समस्या दूर हो जाती है। वैसे तो हर इंसान चाहता है कि उसके जीवन में कभी कोई समस्या न आए और हंसी खुशी वे अपनी लाइफ जीता रहे, लेकिन की बार कोशिशों के बाद भी वो समस्या हल नहीं हो पाती, जिसका समाधान व्यक्ति करता है। वास्तु के अनुसार घर का हर कोना उसी के हिसाब से हो तो बेहतर होता है। वहीं अगर हम बात करें डायनिंग रूम बनवाने की तो वहीं से अन्न-धन में बढ़ोतरी होती है। ऐसे में अगर वहीं एरिया सही नहीं होगा तो मुश्किलें बढ़ सकती हैं। चलिए आज हम आपको वास्तु के हिसाब से बताने जा रहे हैं कि घर का डायनिंग रूम कैसा होना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार डायनिंग रूम बनवाने के लिए पूर्व, दक्षिण और पश्चि म दिशा शुभ होती है और आप अपनी सुविधानुसार किसी भी एक दिशा का चुनाव कर सकते हैं।
अगर बात करें डायनिंग रूम के रंग की तो पिंक या ऑरेंज रंग चुन सकते हैं या फिर आप किसी भी हल्के रंग का वहां प्रयोग कर सकते हैं।
इसके लिए अलग रूम बनवाना चाहिए, लेकिन अगर संभव न हो तो आप किसी अलग कोना भी चुन सकते हैं।
डायनिंग टेबल को दीवार से सटाकर रखने की ग़लती न करें, इसे कमरे के बीचोंबीच रखें।
एक बात का ध्यान रखें कि बाथरूम के बगल में डायनिंग रूम या डायनिंग टेबल सेट न करें, इससे घर में नकरात्मकता फैलती है।
घर में अन्न-धन की वृद्धि के लिए डायनिंग रूम के उत्तर या उत्तर-दिशा पर रखें। गर ऐसा संभव न हो तो पूर्व दिशा की दीवार पर आईना लगाएं।
वास्तु में बताया गया है कि राउंड शेप वाले डायनिंग टेबल को प्राथमिकता दें। ऐसे टेबल को रखने से घर में बरकत बनी रहती है। नुकीले किनारे वाले डायनिंग टेबल न ख़रीदें।