अगले 24 घंटे में फिर होगा मौसम में बदलाव, आज 5 संभागों में वर्षा, 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
भोपाल
मध्य प्रदेश के मौसम में अगले 24 घंटे में फिर बदलाव देखने को मिलेगा। मंगलवार से अगले एक-दो दिन तक तेज बारिश का दौर थमेगा, हालांकि हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी।लेकिन नए सिस्टम के सक्रिय होते ही 5 अगस्त से फिर से झमाझम बारिश होने का अनुमान है। आज सतना-पन्ना समेत 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। बता दे कि 1 जून से अब तक ओवरऑल 4% ज्यादा बारिश हुई है। इनमें प्रदेश के पूर्वी हिस्से में 8% कम और पश्चिमी हिस्से में 15% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।
वातावरण में बढ़ी नमी, 5 संभागों में वर्षा
एमपी मौसम विभाग के अनुसार, अगस्त माह की शुरुआत में मौसम साफ रहने की संभावना है, लेकिन 5 अगस्त से फिर बारिश का दौर शुरू होगा। वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र मौजूद है। मानसून द्रोणिका पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। इन दो मौसम प्रणालियों के असर से नमी मिल रही है इसके असर से आज रीवा, शहडोल, सागर, उज्जैन, ग्वालियर संभाग के जिलों में मध्यम तो भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। इधर, मानसून द्रोणिका के प्रभाव से ग्वालियर, उज्जैन संभाग के जिलों में भी वर्षा की संभावना बनी हुई है।
आज 12 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट
एमपी मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पूर्वी हिस्से में अगले 24 घंटे के दौरान बारिश की एक्टिविटी रहेगी, जिसके चलते सतना और पन्ना में भारी बारिश हो सकती है। विदिशा, शिवपुरी, सिंगरौली, सीधी, रीवा, अनूपपुर, शहडोल, डिंडोरी, बालाघाट, दमोह, सागर, छतरपुर में भी तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में मौसम साफ रहने का अनुमान है। भोपाल जबलपुर और इंदौर के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। ग्वालियर और उज्जैन में मौसम साफ रहेगा। कुछ इलाकों में बूंदाबांदी हो सकती है।
इन जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट
भोपाल, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, टीकमगढ़ और निवाड़ी।