अवैध शराब के साथ 4 गिरफ्तार
रायपुर
राजधानी पुलिस ने अवैध शराब बेचने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर शराब बेचते 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की है। मिली जानकारी के अनुसार तेलीबांधा पुलिस ने सरकारी कुंआ के पास आरोपी पुष्पा बारले 43 वर्ष को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इसके पास से 31 पाव देशी शराब व बिक्री रकम 440 रुपए जब्त किया है। वहीं मंदिरहसौद पुलिस ने आरोपी हेमंत बघेल 22 वर्ष को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने आरोपी के पास से 18 पाव देशी शराब व बिक्री रकम 1200 रुपए जब्त किया है। इसी तरह नेवरा पुलिस ने आरोपी नरोत्तम लहरे 40 वर्ष को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इसके पास से पल्सर बाइक व 50 पाव देशी शराब जब्त किया है। वहीं राखी पुलिस ने आरोपी गोपाल बंजारे 70 वर्ष से 14 पाव देशी शराब व बिक्री रकम 270 रुपए जब्त किया है।
बाल संप्रेक्षण गृह से चार अपचारी बालक फरार, एक पकड़ाया
कोरबा
बाल संप्रेक्षण गृह से चार अपचारी बालक सुरक्षा में लगे नगर सैनिक को चकमा देकर फरार हो गए। पुलिस ने एक अपचारी बालक को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं शेष तीन अपचारी बालको की पतासाजी की जा रही है, इनमें दो जांजगीर-चांपा जिले के हैं। रिसदी में एक निजी भवन में संचालित बाल संप्रेक्षण गृह में अलग-अलग अपराधिक मामलों के करीब 45 अपचारी बालक निरुद्ध हैं। यहां कोरबा के अलावा जांजगीर-चांपा जिले के अपराधिक मामलों के अपचारी बालक भी रखे गए हैं। बताया जा रहा है कि सुरक्षा के लिए यह नगर सैनिकों को तैनात किया गया है।
सुबह करीब 9.30 बजे सुरक्षाकर्मी दरवाजा खोल कर बैठा था। इस दौरान योजना बनाकर चोरी के मामले के चार निरुद्ध अपचारी बालक फरार हो गए। नगर सैनिक के नजरों के सामने ही सभी अपचारी बालक भाग्य वह उन्हें पकडऩे की कोशिश किया पर कामयाब नहीं रहा। इसकी सूचना मिलने पर हड़कंप मच गया। घटना की सूचना सिविल लाइन रामपुर थाना में दर्ज कराई गई।लापता बच्चों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर पता साजिश शुरू की गई। इस दौरान पता चला कि सभी बच्चे रिसदी से बालको जाने वाले रास्ते से भागे हैं। इस आधार पर पुलिस ने नाकेबंदी की और बालको में एक अपचारी बालक को पकडऩे में सफलता मिली। पकड़े गए बालक को जांजगीर-चांपा जिले की पुलिस ने यहां दाखिल कराया था।
कोरबा के पंप हाउस व ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र में रहने वाले दो अपचारी बालकों की तलाश पुलिस अभी भी सरगर्मी से कर रही है। शेष फरार अपचारी बालक बाइक चोरी के मामले में धारा 379 के तहत गिरफ्तार किए गए थे। बेहद गंभीर बात तो यह है कि घटना के आठ घंटे बाद भी किशोर न्यायालय बोर्ड के सदस्यों को इस घटना की जानकारी बाल संप्रेषण गृह से नहीं दी गई थी। यहां बताना होगा कि जहां संप्रेषण गिरी संचालित है वह भवन किराए की है और बेहद जर्जर हो चुकी है। साफ सफाई की समुचित व्यवस्था नहीं होने की वजह से गंदगी का आलम है। बदबू आने की वजह से नगर सैनिक अक्सर दरवाजा खोल कर बैठा करता था और अपचारी बालक इसी का फायदा उठाया और योजनाबद्ध ढंग से फरार हुए।
जानकारी यह भी मिली है कि जर्जर भवन को खाली कर नए सुव्यवस्थित भवन में शिफ्ट किए जाने की अनुशंसा प्रशासन से कई बार की जा चुकी है, इसके बाद भी इस दिशा में अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। जर्जर भवन की वजह से यहां निरुद्ध अपचारी बालक भी बेहद त्रासदी झेल रहे।