श्रवण बाधित बालिका अंजलि को मिला श्रवण यंत्र
बेमेतरा
कलेक्टर जनदर्शन में समाज कल्याण विभाग ने एक दिल छू लेने वाली कहानी रची। कलेक्टर जनचौपाल में दूरदराज के गांवों से अपनी समस्याओं के समाधान हेतु पहुँचे लोगों में से ग्राम अतडगड़ही निवासी एक श्रवण बाधित बालिका अंजलि प्रेरणा भी पहुँची। उन्होंने कलेक्टर को पत्र के माध्यम से कान की तकलीफ और नहीं सुनपाने के लिए कान की मशीन दिलाने के लिए आवेदन दिया। कलेक्टर श्री पदुम सिंह एल्मा ने तुरंत समाज कल्याण से श्रवण यंत्र मंगवाकर स्वयं अपने हाथों से अंजलि को सौंपा। उसके साथ आए परिजनों ने बताया कि अंजलि 10वीं की पढ़ाई कर रही है। इस मौके पर अपर कलेक्टर डॉ. अनिल बाजपेयी और समाज कल्याण विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
दुनियां के स्वर क्या है, कौन क्या आवाज दे रहा है इसे सुनने की शक्ति अब श्रवण बाधित इस बच्ची को स्पष्ट मिल सकेगी। जब तक व्यक्ति को सुनाई नहीं देता तब तक उसे यह भान नहीं होता कि संसार में आवाज जैसा कोई जादू होता है। कलेक्टर श्री एल्मा ने कहा कि इसे विडंबना ही कहा जा सकता है कि कई सुंदर बच्चे चाहते हुए भी नहीं सुन पाते हैं, वे दूसरों को बोलते हुए देखते तो हैं लेकिन सुनने का आनंद नहीं ले पाते। देश-दुनिया में जितना प्रभाव बोलने का है उतना ही सुनने का भी है। बिना सुने कोई भी इंसान विद्या अर्जन नहीं कर सकता। हुनर के लिए भी अपने ट्रेनर की बात को सुनना ही होगा। किंतु अब आधुनिक युग में ऐसे श्रवण यंत्र आ गये हैं जो जरूरत के हिसाब से श्रवण बाधित बच्चों के लिए उपयोगी है। कलेक्टर ने अंजलि को श्रवण यंत्र लगाने की सही प्रक्रिया बताने संबंधित अधिकारी को कहा।