रामचंद्र विद्यार्थी 13 साल की उम्र में कचहरी पर झंडा हुए थे शहीद, शिक्षक-छात्रों ने मिलकर बनाई फिल्म
देवरिया
यूपी के देवरिया के रामपुर कारखाना क्षेत्र के रहने वाले शहीद रामचन्द्र विद्यार्थी 14 अगस्त 1942 को महज 13 साल की उम्र में कचहरी पर तिरंगा फहराया और पुलिस की कार्रवाई में शहीद हो गए । उस समय वह कक्षा सात के छात्र थे। आजादी के अमृत महोत्सव पर देवरिया के एक प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक और छात्रों ने रामचन्द्र विद्यार्थी पर फिल्म बना डाली है। फिल्म का प्रोमो सोशल मीडिया पर जारी हो गया है। फिल्म रविवार को रामचंद्र विद्यार्थी की पुण्यतिथि पर रिलीज करने की तैयारी है।
बमुश्किल 10 हजार रुपये की लागत से तैयार 30 मिनट की इस फिल्म में छात्र, शिक्षक, रसोइयों और बीईओ ने अभिनय किया है। फिल्म की पटकथा प्रधानाध्यापक भोला चौधरी ने लिखी है। यही नहीं उन्होंने निर्देशन के साथ फिल्म में अभिनय भी किया है।
भोला पटकथा लेखन के लिए राज्य स्तर पर विभागीय प्रतियोगिताओं में पुरस्कृत किए जा चुके हैं। उन्हें फिल्म बनाने का ख्याल बीते अप्रैल माह में आया। इसके बाद पटकथा तैयार करने के साथ ही बच्चों केा प्रशिक्षित करने में जुट गए। फिर पुराने मकान, वैसे ही कपड़े आदि की तलाश पूरी होने पर शिक्षक की पूरी टीम ने इस पर काम करना शुरू किया।
इस फिल्म में बाल कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। सोशल मीडिया पर जारी प्रोमो में भोजपुरी संवाद, गीत, कुर्ता, भगही जैसे परिधान, खपरैल, ढिबरी, झोपड़ी, बाईस्कोप लोगों को उस दौर की याद दिला रही है।