झारखंड में कई जिलों में लगातार बारिश, नदियां उफान पर, सबसे अधिक वर्षा सिमडेगा में
रांची
झारखंड के कई जिलों में कल से ही झमाझम बारिश हो रही है, राजधानी रांची में आज सुबह से ही लगातार वर्षा हो रही है. वहीं पिछले 24 घंटे की बात करें तो सिमडेगा के बानो में सर्वाधिक बारिश हुई है. वहीं गढ़वा के भावनाथपुर में 74. 5 मिमी बारिश हुई. रांची में 0.48 मिमी वर्षा हुई है. इस दौरान राजधानी का अधिकतम तापमान 25.4 डिग्री से. रहा.
येलो अलर्ट जारी
वज्रपात की आशंका देखते हुए झारखंड के मौसम विभाग ने 3 अगस्त तक येलो अलर्ट जारी कर लोगों को सावधान किया था. विभाग ने लोगों से अपील की थी कि वे इस मौसम में वे सुरक्षित स्थान पर ही शरण लें. भूलकर भी बारिश से बचने के लिए पेड़ों के नीचे ना रहें और बिजली के पोल से दूर रहें. विभाग ने किसानों से भी खास अपील की थी कि वे खेतों में तब तक ना जाएं जब तक मौसम सामान्य नहीं हो जाता.
झारखंड में झमाझम बारिश, किसानों को मिली राहत
झारखंड के सभी जिलों में बुधवार को मॉनसून की सक्रियता का असर दिखा. राज्य के कोने-कोने में बारिश हुई. राज्य में पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश से किसानों को थोड़ी राहत मिली है. जिन किसानों का बिचड़ा तैयार था, उन लोगों ने रोपा शुरू कर दिया है. निचली जमीन पर रोपा का काम तेजी से हो रहा है. तीन दिनों पहले तक राज्य में सामान्य से करीब 47 फीसदी कम बारिश हुई थी. अब यह कमी 39 फीसदी के आसपास रह गयी है. राज्य में अब तक करीब 318 मिमी बारिश हो गयी है.
राज्य में पिछले 24 घंटों में 27.5 मिमी बारिश हुई जो सामान्य 9.3 मिमी से करीब तीन गुना अधिक है। राज्य में एक जून से अब तक बारिश में कमी का प्रतिशत 39 रह गया है।
पश्चिमी सिंहभूम में हुई सर्वाधिक बारिश
पश्चिमी सिंहभूम में सबसे ज्यादा बारिश हो रही है। यहां मझगांव में पिछले 24 घंटों में 148.4 मिमी बारिश हो चुकी है। जमशेदपुर में खरकई और स्वर्णरेखा में तेज उफान है। खरकई खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। उधर, साहिबगंज में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। अगले दो दिनों में गंगा लाल निशान पार कर जाएगी। रांची में पूरे दिन झमाझम बारिश होने से शहर की रफ्तार रुक गई। यह रफ्तार सड़कों पर पानी जमा व ब्रिज-नाली निर्माण के कारण थम गई। लगातार और भारी बारिश से कई जगहों पर जलजमाव की स्थिति हो गई। नालियों का गंदा पानी सड़कों पर बहता रहा।
रांची में भारी बारिश से जलजमाव और जाम
सबसे खराब स्थिति कांटाटोली चौक से लेकर बहुबाजार इलाके में रही। बहुबाजार से आगे पेट्रोल पंप के पास नाले का पानी सड़क पर बहता रहा। इससे यह मुख्य मार्ग काफी देर तक बाधित रही। बारिश और जलजमाव के कारण सैकड़ों गड्ढे बन गए हैं। जलजमाव के कारण यहां पर इन गड्ढों से हिचकोले लेकर जाते वाहन की छीटों से दोपहिए वाहन चालक परेशान रहे। फ्लाईओवर निर्माण के कारण पूरी सड़क जर्जर हो गई है। इसके कारण यहां इस समय वाहनों की लंबी कतार लगी। इसके अलावा कच्ची सड़क होने के कारण व किनारे नालियां टूटी होने के कारण कई वाहन भी फंस गए थे।
कई जगह रोड भी धंस गई है। ओवरब्रिज से राजेंद्र चौक जाने के क्रम में तीन बजे के बाद से ही जाम की स्थिति बनी रही। शाम पांच बजे पूरा ब्रिज राजेंद्र चौक जाने के क्रम में जाम रहा। वहीं, बगल में निवारणपुर और अनंतपुर में भी ब्रिज के कारण कीचड़ से मार्ग सुबह से ही बाधित रहा। इन इलाकों में मिट्टी होने के कारण सड़क कीचड़ में तब्दील हो गयी।
बुधवार की बारिश में बढ़ा डैमों का जलस्तर
बुधवार को रांची की डैमों के जलस्तर में देखने को मिला। विशेषकर रुक्का डैम में करीब आधा फीट पानी की बढ़ोतरी हुई। मंगलवार को रुक्का डैम में 17.8 फीट पानी था। परंतु बुधवार को 18.4 फीट डैम का जलस्तर आंका गया। इसके अलावा गोंदा डैम में 15 फीट पानी रहा। जबकि पिछले साल इस डैम में इस माह 17 फीट पानी था।