पाली बार एसोसिएशन का फैसला बगैर माता-पिता की सहमति नहीं करवाएंगे कोर्ट मैरिज
पाली
राजस्थान के पाली में अब घर से भागकर लव मैरिज करना किसी के लिए आसान नहीं होगा। पाली बार एसोसिएशन ने माता-पिता की सहमति के बिना इस प्रकार के विवाह कोर्ट में नहीं करवाने का निर्णय लिया है। पाली में बेटी के प्रेम विवाह से आहत माता-पिता ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली थी। इसी के मद्देनजर बार एसोसिएशन ने यह फैसला लिया है।
पाली बार एसोसिएशन के अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह राजपुरोहित ने बताया कि हमारे पास कोर्ट मैरिज के लिए आने वाले युवक-युवती से माता-पिता का सहमति पत्र मांगा जाएगा। सहमति पत्र दिखाने पर ही उनकी कोर्ट मैरिज करवाई जाएगी। 24 जुलाई को ओल्ड हाउसिंग बोर्ड निवासी एक युवती ने प्रेम विवाह किया था।
पुलिस के सामने पेश होकर अपने माता-पिता से खतरा बताया और सुरक्षा की गुहार लगाई गई थी। पुलिस ने जब माता-पिता को उनका सामना बेटी से करवाया तो उसने अपने माता-पिता को पहचानने तक से इनकार कर दिया था। इस बात से आहत होकर दोनों ने 25 जुलाई को ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली थी। बहन के अंतरजातीय विवाह से दुखी भाई भी घर छोड़कर चला गया था। तीन दिन बाद पुलिस ने दिल्ली से उसे घर पहुंचाया।
नहीं करेंगे किसी प्रकार का सहयोग
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह राजपुरोहित ने बताया कि हाल ही में पाली के हाउसिंग बोर्ड में हुई हृदयविदारक घटना के बाद यह निर्णय लिया गया है कि घर से भागकर और माता-पिता की बिना सहमति लव मैरिज करने आने वाले लड़के-लड़कियों को न तो कानूनी सलाह दी जाएगी और न ही कानूनी तरीके से कोई सहयोग किया जाएगा। न ही किसी प्रकार के दस्तावेज तैयार करवाए जाएंगे।