इंदौर में विदेशों की तर्ज पर सफेद सड़कें आएंगी नजर, डामर नहीं, व्हाइट टापिंग तकनीक का होगा इस्तेमाल
इंदौर
बहुत जल्द इंदौर में विदेशों की तर्ज पर सफेद सड़कें नजर आएंगी। भविष्य में इंदौर नगर निगम डामर की नहीं, बल्कि व्हाइट टापिंग तकनीक का इस्तेमाल कर सड़कों का निर्माण करेगा। ये सड़कें वर्षों तक खराब नहीं होंगी। इससे हर वर्ष नगर निगम के करोड़ों का बजट बचेगा, जो सड़कों के रखरखाव पर खर्च होता है। यह बात महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कही।
उन्होंने बताया कि व्हाइट टापिंग तकनीक से सड़क बनाने में सामान्य सड़क के मुकाबले करीब ढाई गुना अधिक खर्च आता है, लेकिन जनता की सुविधा को देखते हुए निगम इस खर्च को वहन करेगा। इन सड़कों पर रखरखाव की समस्या नहीं रहती। ये धंसती भी नहीं हैं। भार्गव ने कहा कि इस वर्ष हमने जो भी नवाचार किए हैं, अगले चार वर्ष में उसे जमीन पर लाया जाएगा। इंदौर को सोलर सिटी बनाना और शहरवासियों के लिए नर्मदा का चौथा चरण लाना हमारी प्राथमिकता में सबसे ऊपर है।
नगर निगम करेगा व्हाइट टापिंग तकनीक का उपयोग
हर माह बचेंगे लाखों रुपये जलूद में स्थापित होने वाले सौर संयंत्र को लेकर महापौर ने कहा कि एजेंसी तय करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है, जो बहुत जल्द पूरी हो जाएगी। इस संयंत्र के शुरू होने के बाद निगम को हर माह लाखों रुपये की बचत होगी।
यातायात व्यवस्था में दिखेगा सुधार
महापौर भार्गव ने कहा कि आने वाले समय में इंदौर की यातायात व्यवस्था में जबर्दस्त सुधार नजर आएगा। शहर की सड़कों को चौड़ा किया जा रहा है। नए ब्रिज बन रहे हैं। हम सिर्फ पुरानी सड़कों का चौड़ीकरण ही नहीं करेंगे, अपितु नई सड़कें भी बनाएंगे ताकि यातायात का दबाव कम हो सके।