रेड लाइट एरिया की डांसरों ने बदला बिजनेस ट्रेंड, अब इस धंधे से कर रहीं मोटी कमाई, पुलिस भी हैरान
मुजफ्फरपुर
मुजफ्फरपुर के रेड लाइट एरिया में रंग और सरूर की महफिलों के कद्रदान नहीं पहुंच रहे। घुंघरुओं की खनक और तबले की थाप की आवाज नहीं गूंज रही है, इसलिए अब नर्तकियां भी अपने व्यवसाय का ट्रेंड बदल रहीं हैं। नर्तकियां अब स्मैक, चरस और अफीम जैसे मादक पदार्थ की कैरियर बन रही है। महिला होने के कारण उस पर शक नहीं होगा, इसलिए मादक तस्कर इनको बड़ी खेप देकर एक से दूसरे शहर भेज रहे हैं। इससे उन्हें मोटी कमाई हो रही है। 35 से 40 वर्ष की नर्तकियां, जिन्हें अब स्टेज प्रोग्राम में भी नहीं बुलाया जा रहा है, उसकी संख्या मादक पदार्थ तस्करी में अधिक है।
कांटी थाने की पुलिस ने बीते 30 जुलाई को एनएच-28 किनारे एक पेट्रोल पंप के पास शुक्ला रोड की रेखा नामक महिला को 70 ग्राम अफीम के साथ पकड़ा था। बरामद अफीम की कीमत अंतराष्ट्रीय बाजार में सात लाख रुपये बताई जा रही है। अफीम की खेप लेकर कांटी भेजी गई रेखा को इसे तस्कर को सौंपना था। ट्रक से आने वाले तस्कर के हवाले कर वह लौट आती। इसी बीच किसी ने इसकी सूचना कांटी थाने के दारोगा तुफैल अहमद खां को दे दी। पूछताछ में रेखा ने रेड लाइट एरिया की 20 से अधिक कैरियर एजेंट के बारे में पुलिस को बताया।
बताया कि उम्र हो जाने के कारण जिन नर्तकियों को काम नहीं मिलता, उसे मादक तस्कर कैरियर के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। वर्ष 2020 में ब्रह्मपुरा में एक हॉस्पिटल के पास स्मैक बेच रहे तीनकोठिया मोहल्ला के असलम खान को 101 पुड़िया स्मैक के साथ पकड़ा गया था। उसने पुलिस को बताया था कि रेड लाइट एरिया की मेघा के जरिए स्मैक की खेप पहुंचती है। दर्जनों पैडलर उसके नीचे काम करते हैं। प्रति पुड़िया कमीशन लेकर मेघा उन लोगों को स्मैक देती है, जिसे बेचकर रुपये मेघा को सौंपा जाता है।
मेघा मुख्य तस्कर तक रुपये भेजती है। मिठनपुरा पुलिस ने एक साल पहले मेघा के भाई परवेज को 20 लाख रुपये से अधिक के स्मैक, ब्राउन सुगर और विदेशी पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया था। अब तक परवेज जेल में बंद है। नेपाल से मुजफ्फरपुर पहुंचे मादक पदार्थ की खेप को दूसरे शहरों में पहुंचा रहीं। नगर डीएसपी राघव दयाल ने बताया कि मादक पदार्थ की तस्करी में रेड लाइट एरिया की नर्तकियों की संलिप्तता के संबंध में कई स्तर से जानकारी मिल रही है। इसको लेकर कई बार छापेमारी भी की गई। मादक पदार्थ के खिलाफ फिर से छापेमारी अभियान चलाया जाएगा।