बिहार की नई सरकार का 16 अगस्त को होगा शपथ ग्रहण समारोह ,कैबिनेट विस्तार पर बनी सहमति
पटना
बिहार में नीतीश कुमार की नई सरकार में किसके हाथ कौन सा मंत्रालय आएगा, इसे लेकर अब तेजस्वी यादव के साथ सहमति बन चुकी है. खबर है कि बिहार में जदयू और महागठबंधन की सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार 16 अगस्त को हो सकता है. कैबिनेट विस्तार की इस कवायद को लेकर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच बंद कमरे में लंबी और फाइनल चर्चा हुई है.
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव दिल्ली में अपने सहयोगी दलों के बड़े नेताओं से मुलाकात के लिए गए थे. जहां से सहमति बनाकर बिहार लौटे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की. तेजस्वी ने साफ किया है कि मंत्रिपद को लेकर उम्मीदवारों के नाम का फैसला हो गया है. नीतीश से मुलाकात के दौरान मुख्य सचिव आमिर सुबहानी भी मौजूद रहे. माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार का काम जल्द ही आगे बढ़ेगा. नई सरकार में अभी मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री के रूप में तेजस्वी यादव ने ही शपथ ली है. आगे 16 अगस्त को अन्य मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह होगा.
तेजस्वी यादव ने हाल में दिल्ली दौरा किया था और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के अलावा भाकपा नेता डी. राजा और माकपा नेता सीताराम येचुरी से मुलाकात की थी. उन्होंने सभी नेताओं के साथ बिहार में मंत्रिमंडल गठन पर चर्चा की. दिल्ली से पटना लौटते ही जब पत्रकारों ने तेजस्वी से मंत्रिमंडल गठन के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा था कि जल्द ही सब कुछ साफ हो जाएगा. अभी इंतजार का मजा लीजिए.
उन्होंने कहा था कि अन्य दलों के शीर्ष नेताओं से बातचीत कर ली गई है. सभी से सरकार चलाने का आशीर्वाद भी ले लिया है. तभी उन्होंने रोजगार को लेकर केन्द्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा था- मैंने तो सिर्फ दस लाख रोजगार देने के लिए बोला है. उनसे सवाल करिए जिन्होंने सालाना दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था. वो नौकरी दे रहे हैं कि नहीं ?
तेजस्वी ने कहा था-हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार देना था. अब आठ साल हो गए. 16 करोड़ लोगों को रोजगार मिला है क्या ? वहीं राजद से जुड़े सूत्रों की मानें, तो विधानसभा में स्पीकर राजद का रहेगा. नीतीश कुमार की नई सरकार में अधिकतम 36 मंत्री हो सकते हैं. हालांकि अभी 25 से 30 मंत्रियों को ही जगह दी जा सकती है. शेष मंत्री पद बाद में भरे जाएंगे. 79 विधायकों के साथ राजद विधानसभा में सबसे बड़ा दल है. इसलिए उसे मंत्रिमंडल में ज्यादा भागीदारी मिलेगी. मंत्रियों के नाम पर लालू प्रसाद ने मुहर लगा दी है. विधायकों की संख्या के हिसाब से मंत्री पद तय होगा. जीतन राम मांझी की हम पार्टी के संतोष मांझी का मंत्री बनना तय है. उधर, निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह भी मंत्री बन सकते हैं.