7 राज्यों की खाक छान दिल्ली पुलिस ने, बरामद किए 205 फोन
नईदिल्ली
आईपी यूनिवर्सिटी के खचाखच भरे सभागार मे बैठे लोगों ने शनिवार को ये नजारा देखा और पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा। पुलिस अफसरों ने तुरंत उन्हें उठाया और गांधी नगर इलाके से चोरी हुई फोन उन्हें सौंप दिया। इसी तरह से 200 से ज्यादा लोगों को उनका चोरी हुआ फोन पुलिस ने लौटाया। इनमें स्टूडेंट्स, मजदूर, होम मेकर, कारोबारी, बुजुर्ग समेत हर तबके के लोग थे। बनवारी खतोलिया (42) ने एनबीटी को बताया कि वो त्रिलोकपुरी में रहते हैं। फैमिली में मां, पत्नी और एक बेटी है।
मयूर विहार फेस-3 में रेहड़ी पर बच्चों के कपड़े बेचते हैं। इनको गांधी नगर की गारमेंट्स मार्केट से खरीदने जाते हैं। 8 जनवरी 2023 को भी गांधी नगर गए थे, जहां फोन चोरी हो गया। इससे पूरी फैमिली टेंशन में आ गई, क्योंकि वो किस्तों पर खरीदा था।
पुलिस के आगे दंडवत क्यों लेट गए थे बनवारी
बनवारी बताते हैं कि गांधी नगर में भीड़-भाड़ रहती हैं, जहां अक्सर फोन चोरी होते हैं। उन्होंने 2021 में 11,400 रुपये का नया फोन लिया था। पूरी रकम नहीं थी, इसलिए फोन लेते वक्त 3500 रुपये दिए थे। बाकी की किस्त बांध दी थी। हर महीने 1432 रुपये भरते थे। किस्त पूरी हो चुकी थी तो वो निश्चिंत थे, लेकिन तभी ये चोरी हो गया।
ये बड़ा नुकसान था, क्योंकि नया फोन लेना आसान नहीं था। यह पूछने पर कि वो पुलिस अफसरों के आगे दंडवत क्यों लेट गए थे, उन्होंने कहा कि उम्मीद ही नहीं थी कि फोन वापस मिलेगा। इसलिए मंच पर चढ़ते ही भावुक हो गए और पुलिस का शुक्रिया करने का यही एक तरीका समझ आया। इसी तरह कई पीड़ितों ने समारोह में फोन मिलने पर अपनी भावनाएं प्रकट की, जिसमें मानसरोवर पार्क निवासी 75 साल की राजबाला शर्मा भी दीं। उन्होंने बताया कि एक रिश्तेदार ने उन्हें ये फोन गिफ्ट किया था, जिससे उनका इसे लेकर भावनात्मक जुड़ाव था।