पीएचई में करोड़ों के घोटाले से हड़कंप, 311 कर्मचारियों के नाम पर रकम की खुर्द-बुर्द
ग्वालियर
ग्वालियर के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (पीएचई) के खंड क्रमांक-1 में हुए 16 करोड़ 24 लाख रुपए का घोटाले की चर्चा प्रदेश भर में है। जिसमें 70 बैंक खातों के माध्यम से कुल 311 कर्मचारियों के नाम पर यह रकम खुर्द-बुर्द की गई है। क्राइम ब्रांच पूरे मामले की सिलसिलेवार जांच में जुटी हुई है, जिसने ट्रेजरी से संबंधित डिटेल्स मांगी है, जो संभवत: एक-दो दिन में मिल जाएगी।
गौरतलब है कि पीएचई में हुए करोड़ों रुपए का घोटाला सामने आने से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं कार्यपालन यंत्री संजय सोलंकी की शिकायत पर बाबू हीरालाल और कंप्यूटर आॅपरेटर राहुल आर्य सहित तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद क्राइम ब्रांच भी मामले की पड़ताल में लगी हुई है। जिसने यह घोटाला करने के लिए उपयोग किए गए 70 बैंक खातों को सीज करवाने के साथ ही ट्रेजरी से भी जानकारी मांगी है।
अब तक की जांच में खुलासा हुआ है कि कुल 311 कर्मचारियों को वेतन भुगतान के नाम पर कागजों में तो एंट्री हुई है, लेकिन बाद में यह राशि कहीं और ही पहुंची है। क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा अब इन कर्मचारियों को भी जांच में शामिल कर लिया गया है, जिनसे यह पता लगाया जाएगा कि उनके नाम पर दर्ज राशि उन्हें मली है अथवा नहीं। वहीं ट्रेजरी में बैठे अफसरों ने क्राइम ब्रांच द्वारा मांगी गई जानकारी एक-दो दिन में मुहैया करवाने की बात कही है।
डीडीओ ने ही बाबू को दिया था आईडी पासवर्ड
विभागीय पड़ताल और कोषालय द्वारा की गई जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी बाबू हीरालाल को आहरण एवं संवितरण अधिकारी (डीडीओ) संजय सिंह सोलंकी ने ही ट्रेजरी में लेनदेन के अधिकार संबंधी आईडी पासवर्ड दे रखा था। उसने इसका गलत फायदा उठाते हुए नंबरों में हेरफेर कर अपने रिश्तेदारों के खातों में राशि ट्रांसफर कर दी। इस मामले में सोलंकी का कहना है कि कर्मचारियों के वेतन- भत्तों के भुगतान में देरी न हो, इसलिए उन्होंने यह किया था।