अपने साथ पैसा भी बहाकर ले जाएगा पानी, अगर किया इन बातों को Ignore
हर किसी का यह सपना होता है कि उसका घर सबसे अच्छा व खूबसूरत हो। आज कल इस विश लिस्ट में एक और बात जुड़ गई है। जो ऐसे हैं कि प्रत्येक व्यक्ति चाहता है उसका घर आज कल के स्टेटस को मैच करें। जिस के चलते लोग पहले अपने घर का खूबसूरत से नक्शा बनवाते हैं और फिर किसी आर्किटेक्चर को हायर करते हैं और घर बनवाते हैं। मगर इसके चक्कर में लोग ये भूल जाते हैं कि इस दौरान वो ऐसे कैसी चीज़ें मिस कर जाते हैं जिनका ध्यान रखना आवश्यक होता है। जी हां, कहा जाता है कि घर में रहने वाले लोगों का इसकी चार दीवारों बहुत प्रभावित करती हैं। बल्कि कहा जाता अगर कोई नया घर बनवाता है तो उसे अपने घर की नींव रखने से पहले वास्तु से जुड़ी कुछ बातों को ज़रूर जान लेना चाहिए।
क्योंकि ऐसी कुछ बातें बताई गई हैं जिनके बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी होती है। जिस कारण उन्हें अपनने नए घर में भी बुरे प्रभाव मिलने लगते हैं तो वहीं कुछ का पैसा पानी की तरह बहने लगता है। तो अगर आप चाहते हैं कि आपके साथ ऐसा कुछ न हो तो पढ़िए आगे दिए वास्तु टिप्स-
वास्तुशास्त्र की मानें तो इस बात का खास ख्याल रखा चाहिए कि घर में पानी का निकास किस दिशा में है, क्योंकि जिस घर में पानी का निकास इसके मुताबिक नहीं होता उस घर में वास्तुदोष पैदा होने में देर नहीं लगती। कहा जाता है नहाते समय, कपड़े धोते समय व बर्तन धोने के दौरान भी अगर पानी गलत दिशा से निकलता है तो उसका भी परिवार के सदस्यों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
यहां जानें पानी के निकास की दिशा का मानव जीवन पर असर कैसे पड़ सकता है, और इस दौरान किन सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए।
इस बात का खास ध्यान रखें कि घर का पानी आग्नेय कोण की ओर से बाहर न गिरे। क्योंकि वास्तुशास्त्र में इस दिशा से पानी का निकलना अशुभ माना जाता है और इसका बुरा प्रभाव संतान पर पड़ता है।
अगर घर के पानी का निकास दक्षिण की दिशा से हो तो ये वहां रहने वाले सदस्यों को बहुत ही अशुभ प्रभाव प्रदान करता है। परंतु कहा जाता है इसका अधिकतर असर घर की स्त्रियों पर पड़ता है।
पश्चिम दिशा की ओर से बाहर निकलने वाला पानी परिवार की सुख-समृद्धि को प्रभावित करता है। साथ ही साथ इससे घर के लोगों पर भी बुरा असर पड़ता है।
जिस घर के पानी का निकास वायव्य कोण की ओर हो वहां रहने वालों के दुश्मनों बढ़ते जाते हैं। इसलिए नया घर बनवाते समय इस बात का ध्यान रखें कि पानी का निकास इस दिशा में न हो।
वास्तु शास्त्र के अनुसार गंदे पानी की निकासी के लिए उत्तर दिशा का प्रयोग करना चाहिए। इसके लिए इस दिशा को बहुत शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि इससे मान-सम्मान में बढ़ोतरी के साथ-साथ जीवन में खुशहाली भी आती है। वास्तुशास्त्र के अनुसार, इस दिशा में पानी का निकास हो तो घर के सदस्यों के वैभव में वृद्धि होती है। अगर गंदे पानी का निकास पूर्व दिशा की ओर हो तो घर के सदस्यों की सेहत हमेशा अच्छी रहती है।