प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी पर बिलावल भुट्टो का बेहूदा बयान, कहा, वो गुजरात के बाद कश्मीर के… पार कर दी हदें
पाकिस्तान
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर बेहद घटिया और शर्मनाक बयान दिया है और बिलावल भुट्टो का बयान दिखाता है, कि पाकिस्तानियों के मन में भारत को लेकर किस कदर नफरत भरी है। बिलावल भुट्टो ने ये बयान उस वक्त दिया है, जब शहबाज शरीफ ने अपनी सरकार को भंग करने की सलाह राष्ट्रपति को भेजी थी। इसके बाद बिलावल भुट्टो ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया और इस दौरान उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ जमकर जहर उगला। बिलावल भुट्टो ने इस दौरान कहा, कि 'गुजरात का कसाई अब कश्मीर का कसाई बनने जा रहा है।'
बिलावल भुट्टो ने जो बयान दिया है, वो उनके संस्कार को दर्शाता है और दिखाता है, कि पाकिस्तान में उनकी परवरिश कैसे की गई है। बिलावल भुट्टो, मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन, अत्याचार और कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने के भारत सरकार के फैसले पर भारत और प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ जहर उगल रहे थे। बिलावल भुट्टो की प्रेस कॉन्फ्रेंस का मकसद विदेश मंत्री रहने के दौरान अपने कार्यकाल के दौरान की उपलब्धियों को दोहराना था, लेकिन उनकी बातें साफ तौर पर बताती हैं, कि वो चुनावी बातें कर रहे थे और पाकिस्तान का आगामी चुनाव भारत के बारे में बुरी-बुरी बातें कहकर ही लड़ी जाएगी। बिलावल भुट्टो ने दोहराया, कि भारत के साथ अपने संबंधों पर पाकिस्तान का रुख बहुत स्पष्ट और सुसंगत था।
एपीपी ने बताया, कि "जब तक जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 बहाल नहीं किया जाएगा, तब तक भारत के साथ संवाद करने की कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा, कि "भारत ने न केवल अंतरराष्ट्रीय कानूनों और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का, बल्कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय समझौतों का भी उल्लंघन किया है।" बिलावल भुट्टो ने आगे कहा, कि "भारत के साथ सार्थक बातचीत के लिए पाकिस्तान के पास कोई जगह नहीं बची है।" बिलावल ने कहा कि "उन्होंने पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान पहले ही कहा था, कि उन्हें मोदी से कुछ भी अच्छा होने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए, जो "गुजरात के कसाई" थे और जो वाजपेयी और मनमोहन सिंह से काफी अलग हैं।" भारत नहीं दे रहा है भाव आपको बता दें, कि ये पहली बार नहीं है, जब बिलावल भुट्टो ने मर्यादा की हदें पार की हैं, इससे पहले भी वो कई बार ऐसा कर चुके हैं। हालांकि, भारत ने अब पाकिस्तान के इन बदतमीज नेताओं को भाव देना बिल्कुल बंद कर दिया है।
बिलावल भुट्टो ने इससे पहले भी प्रधानमंत्री मोदी को 'गुजरात का कसाई' बताया था और उनके बयान की पाकिस्तान के एक्सपर्ट्स ने भी निंदा की थी। सिर्फ बिलावल भुट्टो ने ही नहीं, बल्कि पिछले हफ्ते 3 सालों के लिए जेल भेजे गये पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान भी प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग करते थे, जिसके बाद भारत ने उनकी बातों पर प्रतिक्रिया देना ही बंद कर दिया। हालात ये हो गये हैं, कि अब पाकिस्तान से कई बार प्रत्यक्ष और परोक्ष तौर पर भारत से बातचीत की पेशकश की गई है, लेकिन भारत की तरफ से एक ही लाइन का जवाब दिया जाता है, कि 'जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगा, भारत किसी भी तरह का जुड़ाव नहीं करेगा।'