झारखंड में अगस्त-नवंबर में 35,894 पदों पर होगी नियुक्ति परीक्षा, JSSC ने जारी किया कैलेंडर
रांची
अगस्त से नवंबर महीने के बीच झारखंड में बड़े पैमाने पर नियुक्ति परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) ने कुल 35,894 पदों पर नियुक्ति परीक्षा का कैलेंडर जारी किया है। सर्वाधिक नियुक्तियां सहायक आचार्य के पद पर होगी। हाल ही में जेएसएसी ने 26001 सहायक आचार्य की नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी किया था। जेएसएससी द्वारा जारी कैलेंडर के मुताबिक कुल 12 नियुक्ति परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी जिनमें से 6 सीबीटी यानी कंप्यूटर बेस्ड होंगी वहीं बाकी 6 ओएमआर शीट पर ली जाएगी। झारखंड में स्नातक स्तरीय संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा भी आयोजित की जानी है। झारखंड सरकार ने पीजीटी टीचर के भी 3,020 पदों के लिए आवेदन मांगे हैं।
अगस्त-नवंबर के बीच आयोजित होगी परीक्षा
गौरतलब है कि जहां अगस्त-नवंबर के बीच प्रतियोगिता परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी वहीं अक्टूबर माह से इन परीक्षाओं का परिणाम भी जारी करना शुरू हो जाएगा। परीक्षा की संभावित तारीख और परिणामों की बात करें तो लैब असिस्टेंट के 490 पदों पर भर्ती के लिए 12 अगस्त को परीक्षा ली जाएगी। इसका परिणाम अक्टूबर में जारी होगी। पीजीटी टीचर्स के 3,020 पदों के लिए 18 अगस्त से 10 सितंबर के बीच परीक्षा का आयोजन होगा वहीं नवंबर में रिजल्ट प्रकाशित किया जाएगा। डिप्लोमा स्तरीय 1296 पदों पर नियुक्ति के लिए परीक्षा 2 सितंबर-20 अक्टूबर के बीच ली जाएगी वहीं नतीजे दिसंबर में आएंगे।
सामान्य स्नातक भर्ती परीक्षा 14 से 15 अक्टूबर के बीच आयोजित होगी औरर दिसंबर में परिणाम आएगा। नगरपालिका सेवा के 921 पदों पर 29 अक्टूबर को प्रस्तावित परीक्षा का परिणाम दिसंबर में जारी होगा। उत्पाद सिपाही के 583 पदों पर निकली वेकैंसी के लिए शारीरिक दक्षता एवं लिखित परीक्षा सितंबर में होगी। जनवरी-दिसंबर में रिजल्ट आएगा। आईटीआई प्रशिक्षक के 727 पदों पर नियुक्ति के लिए 15-17 दिसंबर को परीक्षा होगी और नतीजे जनवरी में आएंगे। मैट्रिक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन 28 अक्टूबर को होगा और परिणाम जनवरी में आएंगे। सहायक आचार्य के 26001 पद पर नियुक्ति के लिए नवंबर के दूसरे सप्ताह में परीक्षा होगी और जनवरी में रिजल्ट आएगा। स्नातक तकनीकी, महिला पर्यवेक्षिका और इंटर स्तरीय भर्ती परीक्षा का आयोजन नवंबर के तीसरे सप्ताह में होगा और परिणाम दिसंबर-जनवरी में आएंगे।
नियुक्ति प्रक्रिया में अभी कई हैं पेंच
गौरतलब है कि कुछ नियुक्ति परीक्षाओं में पेंच फंसा है। पहला मामला तो नियोजन नीति को लेकर ही है। अभ्यर्थियों का एक धड़ा मांग कर रहा है कि 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीयता निर्धारित की जाए और फिर इसी आधार पर नियोजन नीति बनाकर भर्ती परीक्षाएं ली जाएं। फिलहाल झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार 60:40 वाली नियोजन नीति पर ही नियुक्तियां कराएगी। दूसरा पेंच सहायक आचार्य नियुक्ति परीक्षा पर भी है। दरअसल, 2016 के बाद से झारखंड में टेट की परीक्षा नहीं ली गई है वहीं नियुक्ति परीक्षा में केवल टेट पास अभ्यर्थी ही आवेदन कर सकते हैं। सीटेट को भी मान्यता नहीं मिली है। ऐसे में बीएड और डीएलएड पास 2 लाख अभ्यर्थी फॉर्म नहीं भर पाएंगे।