झारखंड में युवक की निर्मम हत्या आंखें फोड़ी, किडनी भी निकाली
बोकारो
बोकारो जिले में एक युवक की निर्मम हत्या कर दी गई। हत्या के बाद शव से किडनी और आंख निकाल कर उसे झाड़ी में फेंक दिया। बताया जाता है कि युवक 5 अगस्त से ही लापता था। बालीडीह पुलिस ने कोराडीह और वसुधा इंडस्ट्रीज के बीच तालाब के किनारे झाड़ी से 18 वर्षीय युवक का शव बरामद किया। घटना के बाद लोगों ने आरोपी को घर से निकालकर पेड़ से बांधकर पिटाई की। बीच-बचाव करने आई पुलिस पर भी पथराव किया। एसपी ने कहा कि मानव अंग तस्करी की जांच होगी। परिजनों ने स्थानीय थाने में पांच अगस्त को युवक के लापता होने की शिकायत की थी, आरोप है कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया।
कुर्मीडीह केबिन टोला का था मृतक
अनुस्वार उरांव रेलवे स्टेशन के समीप कुर्मीडीह स्थित केबिन टोले का रहने वाला था। परिजनों ने कहा कि 5 अगस्त की रात केबिन टोले में रहने वाला राजमिस्त्री श्रवण दास उसे काम दिलाने का लालच देकर अपने साथ ले गया। इस बीच जब युवक के परिजन श्रवण से बेटे के बारे में पूछते, तो जवाब मिलता कि उनका बेटा एक-दो दिन में आ जाएगा। इस बीच रविवार की सुबह तालाब के किनारे शव मिलने के बाद परिजन और केबिन टोले के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। युवक की आंखें व किडनी गायब होने की बात सामने आई, तो भीड़ आक्रोशित हो गई। एसपी प्रियदर्शी आलोक ने पीड़ित परिवार से बात कर जानकारी ली। पूरे मामले में जांच कर फास्ट ट्रैक कोर्ट से आरोपी को सजा दिलाने का आश्वासन दिया।
आंख-किडनी निकालने से भड़के लोग
कोराडीह और वसुधा इंडस्ट्रीज के बीच तालाब के किनारे झाड़ी से लापता 18 वर्षीय युवक का क्षत-विक्षत शव बरामद होने के बाद स्थानीय पुलिस पर उग्र लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। युवक की किडनी और आंखें निकालकर हत्या करने की सूचना पर लोगों का गुस्सा और भड़क गया। लोगों ने पुलिस पर पथराव किया। स्थिति बेकाबू होता देख स्थानीय पुलिस के साथ हेड क्वार्टर डीएसपी मुकेश कुमार, सिटी डीएसपी कुलदीप कुमार, ट्रैफिक डीएसपी पूनम मिंज, चास एसडीपीओ पुरुषोत्तम सिंह व चास एसडीओ कुलदीप सिंह शेखावत मौके पर पहुंचे। हत्या, स्थानीय पुलिस की कार्यशैली व मानव अंग तस्करी के मामले को संजीदगी से लेते हुए एसपी प्रियदर्शी आलोक खुद घटनास्थल पहुंचे। पीड़ित परिवार से बात कर जानकारी ली। पूरे मामले में जांच कर फास्ट ट्रैक कोर्ट से आरोपी को सजा दिलाने का आश्वासन दिया।
ग्रामीणों ने आरोपी को पीटकर अधमरा किया
आरोपी को पीट-पीटकर अधमरा किया घटना की जानकारी मिलने पर केबिन टोले की आक्रोशित भीड़ राजमिस्त्री श्रवण दास के घर पहुंची। उसे खींचकर घर से बाहर निकाला। इसके बाद उसे पेड़ से बांध दिया। फिर उसके साथ जमकर मारपीट शुरू कर दी। मारपीट से श्रवण अधमरा होकर गिर पड़ा। बेहोशी की हालत में भारी मशक्कत के बाद पुलिस ने उसे भीड़ से निकालकर इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
पुलिस के खिलाफ आक्रोश में पथराव
आरोपी को छुड़ाने पहुंची पुलिस को भीड़ के आक्रोश का सामना करना पड़ा। भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। युवक पांच अगस्त की रात से लापता था। मृतक की मां शांति देवी ने कहा कि अपने स्तर से खोजबीन के बाद चार दिन पहले बेटे के गुम होने की बालीडीह थाने में सूचना दी थी, परंतु पुलिस ने गुमशुदगी मामले में गंभीरता नहीं दिखाई। कहा कि अगर गुमशुदगी मामले को पुलिस संजीदगी से लेती और राजमिस्त्री से कड़ाई से पूछताछ करती तो संभवत बेटे की निर्मम हत्या नहीं होती।
हिस्ट्रीशीटर आरोपी की जांच केबिन टोले के लोगों ने कहा कि आरोपी का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है। मानव अंग तस्करी के मामले में चाईबासा में उसे पकड़ा गया था। इसके अलावा वह ओडिशा की जेल में तीन महीने बंद था। पूरे पर चास एसडीओ ने कहा कि आरोपों का सत्यापन कराया जाएगा। मेडिकल टीम शव का पोस्टमार्टम कर रही है, जिससे मृतक के अंग गायब होने की पुष्टि हो पाएगी। प्रशासन व पुलिस ऐसे मानव अंग तस्कर गिरोह का पता लगाकर उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई का ब्लूप्रिंट तैयार करेगा।
घटना से सनसनी, अफरा-तफरी
लापता युवक की आंख और किडनी निकाल कर निर्मम हत्या की खबर पूरे बोकारो में आग की तरह फैल गई। बालीडीह और आसपास के क्षेत्रों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। अब आरोपी को सुरक्षित रखना चुनौती बन गई है, ताकि आरोपी से पूछताछ कर आरोप का सत्यापन किया जा सके। आरोपी से पूछताछ व हत्या में प्रयुक्त हथियार की बरामद की भी चुनौती है। अगर मृतक युवक की किडनी व आंख निकाली गई, तो कैसे और किस स्थिति में निकाली गई। फिर उसे कहां बेचा गया। इन तमाम तथ्यों की जानकारी आरोपी से पूछताछ के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। ऐसे में आरोपी को सुरक्षित रखना पुलिस के लिए चुनौती है। अगर मानव अंग तस्करी का मामला पुष्ट होता है, तो बड़े नेटवर्क का भी खुलासा हो पाएगा।