भारत आने वाले नामीबियाई चीतों की पहली तस्वीर, 70 साल में पहली बार बनेंगे हिंदुस्तान के मेहमान
भोपाल
संसार का सबसे तेज दौड़ने वाला वन्यजीव चीता 70 साल बाद भारत की जमीन पर फिर एक बार लौट रहा है. एमपी के कूनो पालपुर नेशनल पार्क में बसने आ रहे चीतों का आज मेडिकल परीक्षण किया गया. जिसके बाद अब सीएम शिवराज ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया सांझा की है.
मध्य प्रदेश के श्योपुर स्थित कूनो-पालपुर नेशनल पार्क में अब अफ्रीका के चीते दिखाई देने वाले हैं. जी हां भारत सरकार और नामीबिया के बीच हुए समझौते के तहत अफ्रीका भारत को चीते देगा. आजादी के 75 साल पूरे होने पर 15 अगस्त के दिन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारत आने वाले चीतों की एक तस्वीर सांझा की है, जिनमें चीतों का मेडिकल हो रहा है. बता दें कि 70 साल में ये पहला मौका है जब भारत की जमीन पर संसार का सबसे तेज दौड़ने वाला वन्यजीव चीता एक बार फिर लौट रहा है.
एमपी कर रहा चीतों का बेसब्री से इंतजार
सीएम शिवराज ने सीसीएफसीचीता टीम को बधाई देते हुए कहा कि, "चीतों के पहले अंतरमहाद्वीपीय स्थानान्तरण में सभी लोग शामिल हैं, यह वन्यजीव संरक्षण के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है. मध्य प्रदेश तैयार है और इन चीतों के आने का बेसब्री से इंतजार कर रहा है.
अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की टीम ने किया चीतों का परीक्षण
चीतों की तस्वीरें विंडहोक, नामीबिया में भारतीय उच्चायुक्त ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के माध्यम से साझा करते हुए लिखा कि, 'स्वतंत्रता दिवस पर खास- मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क जाने वाले संभावित उम्मीदवार चीतों का अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की टीम ने पहली बार स्वास्थ्य परीक्षण किया. यह परीक्षण प्रसिद्ध विशेषज्ञ डॉ. लॉरी मार्कर के नेतृत्व में हुआ, जहां उच्चायुक्त प्रशांत अग्रवाल भी मौजूद रहे. हम नामीबिया के पर्यावरण और पर्यटन मंत्रालय को धन्यवाद देते हैं.'
पहली खेप में आएंगे 8 चीते
स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि, "चीतों के दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से अगले महीने तक कुनो नेशनल पार्क में आने की उम्मीद है, लंबी यात्रा और पर्यावरण के परिवर्तन के कारण इसे समायोजित करने के लिए समय चाहिए." फिलहाल विदेश से आने वाले चीतों की पहली खेप में कुल आठ चीते शामिल होंगे, जिनमें चार नर और चार मादा होंगी.