राजधानी में लगातार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त, मकान ढ़हने से 6 परिवार हुए बेघर
भोपाल
दिन भर बादलों ने राजधानी भोपाल पर अपना डेरा जमाए रखा. सोमवार सुबह से शुरू हुई बारिश देर रात तक जारी रही. जिसके चलते भोपाल शहर के कई निचले हिस्सों में पानी भर गया. तो कई झुग्गी बस्ती जलमग्न हो गई.
रविवार रात से हो रही झमाझम बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है. लगातार हो रही बारिश के चलते तलाब भर गए हैं. तो वहीं एमपी के कई ऐसे डैम हैं जिनका जलस्तर बढ़ता जा रहा. इससे कलियासोत, कोलार डैम के गेट एक बार फिर खोल दिए गए हैं. कलियासोत के 13 तो कोलार के 3 गेट खोले गए हैं. पुराने भोपाल की बात करें तो बारिश की वजह से एक जर्जर मकान गिर गया.
बड़े तालाब का जलस्तर बढा
भोपाल में पिछले 24 घंटे में 2 इंच से अधिक बारिश हो चुकी है. सामान्य तौर पर जून से लेकर अगस्त के आधे महीने तक भोपाल में 24 इंच वर्षा होती है, लेकिन इस बार यह आंकड़ा 40 इंच से अधिक पहुंच गया. बड़े तालाब का जलस्तर बढ़ने से भदभदा के 11 गेट खोल दिए गए हैं. इसके साथ कलियासोत के 13 और कोलार के दो गेट भी खोले गए. ऐसे में अनुमान है कि आने वाले दिनों में लगातार बारिश होगी और तालाब के साथ डैम का जलस्तर भी बढ़ जाएगा. इसीलिए यह गेट खोले गए हैं.
जर्जर मकान ढहा
लगातार बारिश के चलते जहांगीराबाद में एक पुराना मकान गिर गया. बताया जा गया कि, मकान 70 साल पुराना है. इसमें 5, 6 परिवार के लोग निवास करते थे. मकान जर्जर अवस्था में होने के कारण लोगों को पहले ही बाहर बुला लिया गया था, लेकिन उनका सामान अंदर ही था. इससे वह काफी परेशान हुए. मकान में रहने वाले नईम बताते हैं कि प्रशासन ने कम समय में बाहर आने को कहा. सामान समेटने का भी मौका नहीं दिया, जबकि कुछ देर बाद ही मकान भरभरा कर गिर गया. फिलहाल इसमें कोई जनहानि नहीं हुई है.