बगैर डिस्काउंट के भी रूस से कच्चा तेल आयात कम नहीं करेगा भारत, जानिए क्यों?
नईदिल्ली
यूक्रेन युद्ध (Ukraine War) के बाद से भारत को रूस से सस्ती कीमत पर कच्चा तेल मिल रहा था। हाल के दिनों में रूसी तेल पर मिल रहा डिस्काउंट काफी कम हो गया है। इसके बावजूह भारत की रूस के आयात कम करने की कोई योजना नहीं है। भारतीय खरीदारों का कहना है कि दूसरे देशों के मुकाबले रूस का तेल अब भी उन्हें सस्ता पड़ रहा है। पिछले साल से भारत रूस से जमकर कच्चा तेल खरीद रहा है। इस दौरान रूस भारत का सबसे बड़ा सप्लायर बन गया है। कुछ महीने पहले रूसी तेल और दुबई बेंचमार्क में करीब 20 डॉलर का अंतर था। अब यह अंतर आठ डॉलर प्रति बैरल रह गया है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में Argus Media Ltd. के प्राइसिंग डेटा के हवाले से कहा गया है कि चार अगस्त को भारत के पश्चिमी तट पर रूसी कच्चे तेल की कीमत 81 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर थी जबकि एक महीने पहले यह 68 डॉलर के आसपास थी।
इसके बावजूद देश के चार प्रमख रिफाइनर्स के अधिकारियों का कहना है कि वे रूसी कच्चा तेल खरीदने जारी रखेंगे। उनका कहना है कि मध्य पूर्व से आना वाला तेल अब भी काफी महंगा है। सिटीग्रुप इंक में चीफ इकनॉमिस्ट फॉर इंडिया समिरन चक्रवर्ती ने कहा कि ऐसी धारणा थी कि भारत के पास रूसी तेल को रिफाइन करने की सीमित क्षमता है। लेकिन अब साफ हो गया है कि इस तरह की कोई बाधा नहीं है। इसका मतलब है कि भारतीय रिफाइनर तब तक रूसी तेल खरीदते रहेंगे जब तक उन्हें इस पर फायदा होगा। भारत रूस से रोजाना करीब 20 लाख बैरल कच्चा तेल खरीद रहा है।
कितना रह गया डिस्काउंट
पिछले साल फरवरी में यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद रूसी तेल पर यूरोपीय खरीदारों और जापान जैसे एशिया के कुछ देशों ने प्रतिबंध लगा दिया था। साथ ही उन्होंने रूसी तेल के लिए 60 डॉलर प्रति बैरल की सीमा भी लगा दी थी। रूस ने डिस्काउंट के साथ तेल बेचना शुरू किया था। जून में भारत को रूसी तेल 68.17 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर मिल रहा था जो यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद इसकी सबसे कम कीमत थी। उस समय सऊदी अरब का तेल 81.78 डॉलर प्रति बैरल पड़ रहा था। लेकिन हाल में रूसी तेल पर मिल रहा डिस्काउंट कम हो गया है।
देश में पेट्रोल और डीजल की कीमत में पिछले साल मई के बाद से कोई बदलाव नहीं हुआ है। मई में केंद्र ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज में कटौती की थी जबकि उससे पहले अप्रैल में तेल कंपनियों ने आखिरी बार कीमतों में बदलाव किया था। देश के कई शहरों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये लीटर के आसपास चल रही है। हाल के दिनों में इन कंपनियों के मार्जिन में काफी सुधार देखने को मिला है। इस साल देश के कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं और फिर अगले साल आम चुनाव होंगे। इसलिए माना जा रहा है कि सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमत में कुछ राहत दे सकती है।