सरकार चला नहीं रहे, मैनेज कर रहे हैं…बसवराज बोम्मई के मंत्री का ऑडियो लीक
बेंगलुरू
कर्नाटक सरकार के एक मंत्री की टिप्पणी मीडिया में लीक होने के बाद वहां सनसनी फैल गई है। इसने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को भी काफी असहज कर दिया है। सीएम बोम्मई ने आज यह स्वीकार भी कर लिया है कि यह टिप्पणी ऑथेंटिक है, लेकिन इसे गलत संदर्भ में लिया गया है। गौरतलब है कि कर्नाटक के कानून मंत्री जेसी मधुस्वामी एक ऑडियो क्लिप में कहते हुए सुनाई पड़ रहे हैं कि हम सरकार चला नहीं रहे हैं, हम बस इसे मैनेज कर रहे हैं।
टिप्पणी के क्या हैं मायने
यह टिप्पणी उस वक्त वायरल हुई है जब 62 वर्षीय बोम्मई को कार्यकाल पूरा होने से पहले ही मुख्यमंत्री पद से हटाने की चर्चा चल रही है। बता दें कि अगले साल कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस बीच ऐसी खबरें सामने आई हैं कि भाजपा बोम्मई के कामकाज से खुश नहीं है। ऐसे में वह चुनाव से पहले किसी नए चेहरे को मौका देना चाहेगी कि चुनावी नतीजों पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। हालांकि दो दिन पहले ही एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि बोम्मई के रहते हुए ही पार्टी यहां एक बार फिर सरकार बनाएगी। गौरतलब है कि 2021 में बीएस येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद बोम्मई को उनकी जगह शपथ दिलाई गई थी।
मुख्यमंत्री ने किया कानून मंत्री का बचाव
वहीं येदियुरप्पा का भी कहना है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पूरी तरह से सलामत है। बता दें कि कुछ दिनों पहले गृहमंत्री अमित शाह अचानक कर्नाटक के दौरे पर पहुंचे थे। इसके बाद ऐसा अनुमान लगाया जाने लगा था कि बोम्मई की सीएम पद से विदाई हो सकती है। कानून मंत्री का ऑडियो लीक होने के बाद आज मुख्यमंत्री ने खुद भी कहा कि सबकुछ ठीक है और कोई परेशानी नहीं है। हालांकि एक अन्य वरिष्ठ मंत्री ने कानून मंत्री के इस्तीफे की मांग की है। वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस मामले में लोगों से बात करेंगे और मामले को सुलझाएंगे। कानून मंत्री की टिप्पणी पर बोम्मई ने कहा कि इसे गलत संदर्भ में लिया गया है। उनका कहना है कि यह टिप्पणी बैंकों द्वारा ब्याज की मांग को लेकर की गई थी।
सीएम ने योगी मॉडल की लाने की कही थी बात
बोम्मई सरकार में मंत्री एसटी सोमशेखर ने कहा कि अगर उन्हें लगता है कि हम मैनेज कर रहे हैं तो उन्हें तुरंत कर्नाटक के कानून मंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। सोमशेखर ने कहा कि वह सरकार का हिस्सा हैं। वह हर कैबिनेट मीटिंग और इसमें होने वाले फैसलों में भाग लेते हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रीपद पर रहते हुए इस तरह बयान देना काफी गैरजिम्मेदाराना है। बता दें कि हालिया महीनों में मुख्यमंत्री बोम्मई की आलोचना होती रही है कि उनका राज्य पर से नियंत्रण खत्म हो चुका है। कर्नाटक में लगातार सांप्रदायिक घटनाए हो रही हैं। पिछले महीने यहां पर एक भाजपा कार्यकर्ता की हत्या भी हो गई थी। वहीं जब दोषियों पर कार्रवाई के लिए सीएम बोम्मई की आलोचना हुई तो उन्होंने प्रदेश में सांप्रदायिक घटनाओं को रोकने के लिए योगी मॉडल लाने की बात कही थी।