September 30, 2024

सरकार के खिलाफ 230 बिन्दुओं का आरोप पत्र जारी कर बोले नाथ जीते तो होगी जांच

0

भोपाल

कांग्रेस ने आज प्रदेश की बीजेपी सरकार के खिलाफ एक आरोप पत्र जारी किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ये आरोप पत्र एक दस्तावेज के रूप में जारी किया। इस मौके पर कमलनाथ ने कहा कि हम 18 साल की भ्रष्ट शिवराज सरकार के खिलाफ ये आरोप पत्र लेकर आए हैं और इसमें शामिल एक एक आरोप तथ्यों पर आधारित है। एक एक तथ्य प्रमाण के बाद ही इसे दस्तावेज में शामिल किया गया है। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह बात कही। पत्रकार वार्ता में नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह, आरोप पत्र समिति के समन्वयक पारस सकलेचा, मप्र कांग्रेस के उपाध्यक्ष राजीव सिंह, मीडिया विभाग के अध्यक्ष के.के. मिश्रा और प्रवक्ता निकिता खन्ना मौजूद थे।

भाजपा राज के समय हुए घोटालों की जांच पर नाथ ने कहा कि मुझे पता नहीं था कि मेरी सरकार गिर जाएगी। ढाई महीने आचार संहिता लगी रही। मुझे विधायकों ने बताया था कि भाजपा विधायक खरीदने के प्रयास कर रही है। मैंने विधायकों से कहा था पैसे लो और मौज करो। नाथ ने कहा कि अपनी सरकार में मैं फर्जी तरह से इन्वेस्टर्स मीट नहीं करना चाहता था। मैं प्रदेश के चेहरे को विश्वास वाला बनाना चाहता था। बीजेपी की लिस्ट को लेकर उन्होंने आज कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। कमलनाथ ने कहा कि रोज हजारों लोग मुझसे मिलने आ रहे हैं। ये लोग टिकट के लिए नहीं बल्कि अपनी समस्याओं को लेकर मिलने आ रहे हैं।

40 साल की बेदाग राजनीति
वल्लभ भवन को दलालों का अड्डा बताने के बीजेपी के आरोप पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि 40 साल की राजनीति में मुझ पर कोई आरोप नहीं लगा। वल्लभ भवन में कैमरे लगे हैं, यदि दलाल वाला इनका आरोप सही होता तो इतनी सरकार चलाई, कोई कार्यवाही करते।

विधानसभा की जानकारी के आधार पर आरोप पत्र
आरोप पत्र के माध्यम से नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 18 साल से एमपी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हैं। उन्होंने कर्ज में मप्र को डूबा दिया है। यह आरोप पत्र तथ्यों पर विधानसभा में उपलब्ध जानकारी के आधार पर जारी किया गया है। पारस सखलेचा ने बहुत मेहनत कर इस आरोप पत्र को जारी किया है।

प्रदेश की नीति ठगने वाली: नाथ
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि एमपी की पहचान भ्रष्टाचार से हो रही है। प्रदेश की नीति ठगने वाली है। यही कारण है कि मप्र में कोई निवेश नहीं आ रहा है। ऐसे में निवेश कैसे आएगा। निवेश को आकर्षित किया जाता है। नाथ ने कहा कि स्थिति यह है कि पैैसे देकर अपना नाम गरीबी रेखा में लिखवा लो। इन्होंने महाकाल, गौ माता तक को नहीं छोड़ा है। प्रदेश पर भ्रष्ट होने का लेबल लगा दिया है। नाथ ने कहा कि बेरोजगारी समस्या सबसे बड़ी है। लोग कहते हंै कि पैसा दो, काम करवाओ, ये प्रदेश की तस्वीर है। प्रदेश की जनता के लिए ये कोई नई जानकारी नहीं है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *