मुख्यमंत्री से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की फिर से की मांग
धनबाद
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन अपने 6 वर्ष पुरानी मांग को एक बार फिर से उठाना शुरू कर दिया है। डॉक्टरों ने झारखंड में मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने और क्लीनिक इस्टैब्लिशमेंट एक्ट में बदलाव करने की मांग की है। इस संबंध में आई एन ए के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर एके सिंह ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखते हुए तत्काल मांगों पर पहल करने की अपील की है। डॉ सिंह ने बताया कि वर्ष 2016 से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से यह दोनों मांगे सरकार के सामने कर रही हैं। लेकिन कई बार विधानसभा के पटल पर यह मामला जाने के बावजूद इसे लागू नहीं किया जा सका है।
कई राज्यों ने किया है एक्ट में बदलाव
डॉ सिंह ने बताया कि क्लिनिक इस्टैब्लिशमेंट एक्ट में कई राज्यों ने बदलाव किए हैं। एक छोटे से अस्पताल में एक्ट के अनुसार सभी विशेषज्ञ डॉक्टरों का रहना अनिवार्य है। लेकिन झारखंड जैसे छोटे राज्य में यह नहीं हो सकता है। इसके अलावा विभिन्न प्रकार के नियम कायदे जैसे अग्निशमन, बायोवेस्ट समेत अन्य को लेकर कढ़ाई में ढील दिया जाना चाहिए। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में इसमें बदलाव किया गया है। लेकिन झारखंड में अभी तक इस पर कोई बदलाव नहीं हो पाया है।
आश्वासन के बावजूद अभी तक मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट
डॉ सिंह ने बताया कि झारखंड में कई बार सरकारों ने सुरक्षा को लेकर डॉक्टर को आश्वासन दिया। इसके बावजूद आए दिन डॉक्टरों से हमले हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट झारखंड में अभी तक लागू नहीं किया जा सका है। यही एक बड़ी वजह है कि झारखंड में बाहर के डॉक्टर आना नहीं चाह रहे हैं। इसका सीधा असर यहां के आम लोगों पर पड़ रहा है। अच्छे डॉक्टर के लिए यहां के लोगों को बाहर जाना पड़ रहा है। इस पूरे मामले से आईएमए ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया है।