सर्वे ने बताया हाल- PM की रेस में नरेंद्र मोदी से कितने दूर हैं केजरीवाल
नई दिल्ली
2024 लोकसभा चुनाव में एनडीए बनाम 'इंडिया' के बीच मुकाबला होने जा रहा है। एनडीए की ओर से नरेंद्र मोदी जहां एक बार फिर पीएम उम्मीदवार होंगे तो 26 दलों वाले 'इंडिया' गठबंधन ने अभी चेहरा तय नहीं किया है। राहुल गांधी, नीतीश कुमार, ममता बनर्जी से अरविंद केजरीवाल तक प्रबल दावेदार हैं। इस बीच एक सर्वे में जनता से यह जानने की कोशिश की गई कि वे पीएम उम्मीदवार के तौर पर किसे पसंद करते हैं। एबीपी न्यूज और सी वोटर की ओर से किए गए सर्वे के मुताबिक एक बार फिर पीएम मोदी इस रेस में सबसे आगे हैं और कोई उन्हें टक्कर देता नजर नहीं आ रहा है।
दरअसल, एबीपी न्यूज ने सी वोटर के साथ मिलकर रविवार को छत्तीसगढ़ पर सर्वे प्रसारित किया। छत्तीसगढ़ की जनता से मुख्यमंत्री के तौर पर पहली पसंद और किस पार्टी को वोट करेंगे जैसे सवाल किए गए। इसमें एक सवाल पीएम पद को लेकर भी किया गया। छत्तीसगढ़ में हुए इस सर्वे में पहले नंबर पर जहां पीएम मोदी रहे तो दूसरे नंबर पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी हैं। दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल तीसरे नंबर पर रहे। चौथे नंबर पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ हैं।
किसे कितने लोगों ने किया पसंद?
छत्तीसगढ़ में नरेंद्र मोदी को 62 फीसदी लोगों ने पीएम पद के लिए सबसे अच्छा उम्मीदवार बताया। वहीं, 20 फीसदी लोगों ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पहली पसंद बताया। वहीं, तीसरे स्थान पर रहे केजरीवाल को 6 फीसदी लोग पीएम देखना चाहते हैं। ओपनियन पोल में हिस्सा लेने वाले 3 फीसदी लोगों ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का नाम लिया। वहीं, 9 फीसदी लोगों ने उन्य को पीएम बनाने की इच्छा जाहिर की।
केजरीवाल को दावेदार बता चुकी है AAP
'इंडिया' गठबंधन में शामिल होने से पहले आम आदमी पार्टी अपने प्रमुख अरविंद केजरीवाल को पीएम पद का सबसे मजबूत उम्मीदवार बताती रही है। 'आप' ने कहा था कि 2024 में पीएम मोदी और केजरीवाल के बीच मुकाबला होगा। राष्ट्रीय महत्वाकांक्षा के तहत केजरीवाल ने 'मेक इंडिया नंबर वन' कैंपेन की शुरुआत भी की थी। हालांकि, विपक्षी गठबंधन में शामिल होने के बाद 'आप' की ओर से केजरीवाल के लिए अभी तक खुलकर दावेदारी नहीं पेश की गई है। लोकसभा में आप का अभी महज एक सांसद है। हाल में आए कुछ सर्वे में कहा गया है कि विपक्षी गठबंधन के बूते आम आदमी पार्टी इस बार दिल्ली और पंजाब में करीब 10 सीटों पर जीत हासिल कर सकती है।