श्रावण पुत्रदा एकादशी पर न करें ये गलतियां, माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु होंगे नाराज, शुरू हो सकते हैं बुरे दिन!
सावन पुत्रदा एकादशी का व्रत 27 अगस्त दिन रविवार को रखा जाएगा. उस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. सावन पुत्रदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने और विधिपूर्वक व्रत रखने की परंपरा है. संतान प्राप्ति के उद्देश्य से सावन पुत्रदा एकादशी व्रत का महत्व अधिक है. एकादशी के दिन माता तुलसी की भी पूजा करते हैं. लोक मान्यता है कि तुलसी में माता लक्ष्मी का वास होता है. एकादशी पर तुलसी की पूजा करने से धन, सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है. सावन पुत्रदा एकादशी के दिन कुछ कामों को भूलवश भी न करें, वरना माता तुलसी और माता लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं, जिससे आपको धन हानि हो सकती है. सावन पुत्रदा एकादशी पर कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए.
सावन पुत्रदा एकादशी पर न करें ये काम
1. सावन पुत्रदा एकादशी के दिन आपको तुलसी के पौधे को हानि नहीं पहुंचानी चाहिए. तुलसी के पत्ते, मंजरी आदि को न तोड़े. इससे दोष लगता है और माता लक्ष्मी नाराज होती हैं. लक्ष्मी के रूठने से धन का संकट पैदा हो सकता है.
2. तुलसी की पत्तियों को तोड़ने से भगवान विष्णु भी नाराज होते हैं क्योंकि तुलसी, लक्ष्मी और एकादशी ये तीनों ही उनको अतिप्रिय हैं. यदि आप सावन पुत्रदा एकादशी का व्रत रखते हैं तो इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा.
3. सावन पुत्रदा एकादशी के दिन पूजा स्थान को गंदा न रखें और न ही तुलसी के आसपास गंदगी रखें. इससे वास्तु दोष पैदा होता है और नकारात्मकता बढ़ती है. जहां पर गंदगी होती है, वहां पर अलक्ष्मी का निवास होता है, उनके कारण उस घर में दरिद्रता का वास होता है.
4. तुलसी के पौधे के पास जूते-चप्पल आदि भी न रखें. यह माता तुलसी और देवी लक्ष्मी का अपमान है. सावन पुत्रदा एकादशी पर तुलसी स्थान की अच्छे से साफ सफाई करें.
5. सावन पुत्रदा एकादशी व्रत के दिन काले रंग के कपड़े न पहनें. हिंदू धर्म में काले रंग को अशुभ माना जाता है. उस दिन आप पीले रंग के कपड़े पहनें तो अच्छा रहेगा.
6. पुत्रदा एकादशी संतान प्राप्ति के लिए रखा जाता है. उस दिन आप व्रत हैं तो अपने घर के बच्चों के साथ गलत व्यवहार, गुस्सा आदि न करें. उस दिन भगवान विष्णु के साथ लड्डू गोपाल की पूजा करें. उनको माखन और मिश्री का भोग लगा सकते हैं.
7. एकादशी व्रत के दिन साबुन, तेल का उपयोग न करें. कपड़े न धोएं. इस दिन तो घर में झाड़ू लगाने की भी मनाही होती है.
8. एकादशी पर तामसिक वस्तुओं से दूर रहें. घर के सदस्य भी प्याज, लहसुन, मांस, मदिरा आदि का सेवन न करें.