November 26, 2024

सुरक्षित होगा मेट्रो में सफर, सीसीटीवी कैमरे करेंगे मदद

0

भोपाल.
जिस मेट्रो के माडल कोच का शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अनावरण किया है, उसके एक वास्तविक कोच में 50 यात्री बैठकर और 300 खड़े होकर यात्रा कर सकेंगे। इस दौरान इन यात्रियों की एआइ सीसीटीवी कैमरे की मदद से सुरक्षा करेगा। इन यात्रियों तक चोर तो क्या हैकर भी नहीं पहुंच पाएंगे। यदि पहुंचने की कोशिश करते भी हैं तो आधुनिक तकनीक से पहले ही इसका मैसेज लोको पायलट दल को मिल जाएगा। इस तरह यात्री अनहोनी से बच जाएंगे।

पहले ही दिन 2500 यात्रियों ने माडल कोच को देखा
 श्यामला हिल्स स्थित स्मार्ट सिटी पार्क में रखे गए मेट्रो माडल कोच को शनिवार को लोकार्पण के बाद पहले ही दिन 2500 से अधिक लोगों ने देखा। यह वास्तविक कोच की डमी है। इसे देखकर अहसास किया जा सकता है कि यह पूरी तरह से अत्याधुनिक तकनीक से लैस है। यह कोच उच्चस्तरीय यात्री सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं, जिनमें लगे सीसीटीवी कैमरे एआइ तकनीक से संचालित होंगे। मप्र मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की।

आपातकालीन दूरभाष सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध
मेट्रो माडल कोच में यात्रियों के लिए आपातकालीन दूरभाष सहित अन्य तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई है। मेट्रो कोच में प्राथमिकता सीट बनाई गई है, जो वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांगजन और महिलाओं के लिए है। वहीं दोनों तरफ चार -चार मोबाइल जांच करने के लिए प्वाइंट दिए गए हैं। आपात स्थिति में यात्रियों की सुविधा के लिए लाल बटन दिया गया है। जिसके उपयोग से यात्री सीधे ट्रेन चालक से बातचीत कर सकेंगे। ट्रेन में यात्रियों को चढ़ने -उतरने में असुविधा न हो इसके लिए दोनों तरफ चार-चार अत्याधुनिक आटोमैटिक गेट लगाए गए हैं।

बच्चों को साथ लेकर देखने पहुंचे लोग
पार्क में रखे कोच को देखने के लिए शनिवार को बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। यहां पर लोग अपने बच्चों के साथ आए और उसमें बैठकर मेट्रो का अनुभव किया। बेटे जयेश के साथ आए विजय कुमार ने बताया कि भोपाल में मेट्रो की शुरूआत एक ऐतिहासिक काम है। इसके शुरू होने से महिलाओं, बच्चियों को सुरक्षित यातायात का साधन मिलेगा। साथ ही नौकरीपेशा लोगों को कम समय में अपने कार्यालय पहुंचने में सहूलियत होगी। खासतौर से वर्षा और भीषण गर्मी में यह काफी सुविधाजनक साबित होंगे। मेट्रो के चलने से शहर की सड़कों पर यातायात में भी काफी सुधार होगा

एक हजार से पांच हजार तक जुर्माना भी
कोच के दरवाजों के परिचालन में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न करने पर चार साल की कैद और पांच हजार रुपये के जुर्माना का प्रविधान रखा गया है। इसके साथ आपातकालीन अलार्म के दुरुपयोग करने पर एक साल की सजा और एक हजार रुपये जुर्माना का प्रविधान रखा गया है।

इन विशेषताओं से सुसज्जित रहेगा मेट्रो कोच

  • आटोमैटिक डोर, स्टार्ट-स्टाप और इमरजेंसी हैंडलिंग (अन अटेंडेड ट्रेन आपरेशन)
  • सायबर अटैक व हैकिंग से सुरक्षित
  • यात्रियों की सुरक्षा के लिए आटोमैटिक आब्सटेकल व डिरेलमेंट डिटेक्शन
  • कोच में 50 यात्रियों के बैठने और 300 के खड़े होने की क्षमता
  • हर दो मिनट में आने-जाने की फ्रीक्वेंसी
  • ब्रैक के साथ ऊर्जा री-जनरेशन तकनीक से ऊर्जा की बचत
  • कोच में होगी जर्म कंट्रोल और एयर-फिल्ट्रेशन की तकनीक, हमेशा स्वच्छ रहेगी वायु
  • कोच में लगे सीसीटीवी एआइ तकनीक से संचालित होंगे
  • आटोमैटिक आब्जेक्ट आइडेंटिफिकेशन (कैमरे करेंगे चेहरों की पहचान)
  • आटोमैटिक व स्मार्ट प्रकाश नियंत्रण व्यवस्था
  • हाइलेवल पैसेंजर सेफ्टी
  • दिव्यांगों के लिए विशेष व्हील चेयर्स व उनके अनुकूल बैठने का स्थान तय
  • कोच मेंटेनेंस की 15 साल की सेवा गारंटी

मुख्यमंत्री ने युवाओं से किया आह्वान
इधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के युवाओं, विद्यार्थी एवं आमजन से आह्वान किया है कि वे स्मार्ट सिटी पार्क स्थित मेट्रो माडल कोच का भ्रमण करें और अपने सुझाव भी दें। वह अपने सुझाव mpmetrocoachviews@mpmrcl.in पर भेज सकते हैं।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *