कोचिंग संचालकों पर करनी होगी सख्ती, साल अब तक 23 छात्र-छात्राओं ने की आत्महत्या- मंत्री गोविंद मेघवाल
कोटा
राजस्थान के कोटा में कोचिंग छात्र-छात्राओं के आत्महत्या करने के बढ़ते मामलों को लेकर कोचिंग संस्थान अशोक गहलोत सरकार के मंत्रियों के निशाने पर आ गए हैं। मंत्रियों ने कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कठोर कदम उठाने की बात कही है। जयपुर में खाद्य व नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, जलदाय मंत्री महेश जोशी और आपदा राहत मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने कहा कि सरकार को अब कोचिंग संस्थानों पर लगाम कसनी होगी।
छात्र-छात्राओं की आत्महत्या पर मंत्रियों ने जताया दुख
मीडिया से बात करते हुए खाचरियावास ने कहा,बच्चों की आत्महत्या का मामला चिंताजनक है। कोचिंग संस्थान लगातार सरकार की गाइडलाइन का उल्लंघन कर रहे हैं। ऐसे कोचिंग संचालकों पर अब सख्त कार्रवाई करेंगे। जलदाय मंत्री महेशजोशी ने कहा, छात्र-छात्राओं की आत्महत्या का मामला दुखद है । जोशी ने कहा कि जब तक कोई नीति नहीं बन जाती है तब तक कोचिंग संस्थानों को बंद कर देना चाहिए।
अगस्त महीने में सात छात्र-छात्राओं ने की आत्महत्या
वहीं, मेघवाल ने छात्र-छात्राओं की आत्महत्या के लिए मोबाइल को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि दिन-रात बच्चे मोबाइल में लगे रहते हैं, जिससे उनमें मानसिक अवसाद बढ़ता है। जोशी ने कहा, कोचिंग संचालक पैसे कमाने में लगे रहते हैं। बच्चों पर ध्यान नहीं देते हैं। उल्लेखनीय है कि इस साल में अब तक 23 छात्र-छात्राओं ने आत्महत्या की है। वहीं, अगस्त महीने में सात छात्र-छात्राओं ने आत्महत्या की है ।
कोचिंग संस्थान नहीं मान रहे गाइडलाइन
आत्महत्या के बढ़ते मामलों से चिंतित मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले दिनों बैठक लेकर कोचिंग संस्थानों में रविवार का टेस्ट नहीं लेने,दो सप्ताह में एक बार छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य का परीक्षण करवाने, पढ़ाई का बोझ नहीं डालने सहित कई निर्देश दिये थे।