20 डीबीसी कर्मी बर्खास्त, भाजपा बोली- अनुबंधित कर्मचारियों के साथ हो रहा अन्याय
नईदिल्ली
दिल्ली में जी 20 के दौरान मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप न बढ़े इसके लिए निगम तमाम कार्य करने का दावा कर रहा है। इसी बीच विभिन्न लापरवाही को लेकर निगम ने 20 से ज्यादा डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स को बर्खास्त कर दिया है।
निगम सूत्रों के मुताबिक, कहीं डीबीसी कर्मियों ने जो जांच की थी वह संतोषजनक नहीं मिली तो कहीं पर डीबीसी कर्मियों द्वारा जो डाटा उपलब्ध कराया गया, वह भी ठीक नहीं है। इसके चलते निगम ने मच्छरजनित बीमारियों को लेकर जीरो टालरेंस की नीति अपनाते हुए कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है।
डीबीसी कर्मचारी अनुबंध पर होते हैं। ऐसे में निगम को कार्रवाई करने में ज्यादा दिक्कत नहीं होती है। डीबीसी कर्मचारियों की बर्खास्तगी को भाजपा ने आम आदमी पार्टी शासित निगम पर कर्मचारियों पर अत्याचार करने का आरोप लगाया है।
दिल्ली नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह ने कहा कि हमने पहले ही कह दिया था कि आप सरकार कर्मचारी विरोधी है। अब यह सच साबित हो रहा है। पहले अनुबंधित इंजीनियरों को निगम ने बर्खास्त किया और अब निगम ने 20 से ज्यादा डीबीसी कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी, जबकि डीबीसी कर्मचारी 15 साल से अपनी सेवाएं दे रहे थे।
भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि जब से निगम में आप सरकार आई है तब से कर्मचारियों के साथ अन्याय कर रही है। क्योंकि जहां चुनाव से पहले अनुबंधित कर्मचारियों को नियमित करने के सपने दिखाए गए थे अब उन्हीं कर्मचारियों का वोट लेने के बाद आप शासित निगम कर्मचारियों का अनुबंध खत्म कर रही है।
उन्होंने कहा कि तुरंत प्रभाव से कर्मचारियों की सेवाएं बहाल करें नहीं तो भाजपा सदन से लेकर सड़क तक विरोध करेगी। उल्लेखनीय है कि निगम में तीन हजार डीबीसी कर्मचारी हैं। इनकी नियुक्ति वर्ष 1996 में दिल्ली में बढ़े डेंगू के प्रकोप के बाद हुई थी। चूंकि निगम में इस तरह का कोई पद ही सृजित नहीं है इसलिए इन कर्मचारियों को अभी तक पक्का नहीं किया जा सका है।
इसको लेकर कर्मचारी समय-समय पर हड़ताल भी करते रहे हैं। वहीं, इस मामले में आप पार्षद अंकुश नारंग ने कहा कि भाजपा को काम करना नहीं आता है। सिर्फ राजनीति करनी आती है। आम आदमी पार्टी काम में भरोसा रखती है।
पांच माह के अंदर आम आदमी पार्टी ने वह कर दिखाया जो भाजपा 15 साल में नहीं कर पाई। सबसे पहले कर्मचारियों को वेतन दिया और अब साफ सफाई कर रहे हैं। दिल्ली में भाजपा ने जो 15 साल तक कूड़ा फैलाया था, उसे साफ करने में मेयर, डिप्टी मेयर से लेकर विधायक तक लगे हुए हैं।