कोटा की गर्विता को अंतरराष्ट्रीय सर्फिंग प्रतियोगिता में छठा स्थान
कोटा
बेटियां किसी भी खेल में किसी से पीछे नहीं हैं. यदि हम सर्फिंग की बात करें तो राजस्थान में कोई समुद्र नहीं हैं, जहां इसका अभ्यास किया जा सके. लेकिन उसके बाद भी हौंसलों की उड़ान से मन में दृढ संकल्प से कोटा की बेटी गर्विता ने प्रदेश ही नहीं देश को भी गौरांवित किया है.अंतरराष्ट्रीय सर्फिंग ओपन प्रतियोगिता का आयोजन भारत में पहली बार मामल्लापुरम में किया गया.इसमें गर्विता का बेहतरीन प्रदर्शन रहा.यह प्रतियोगिता विश्व सर्फिंग लीग का हिस्सा है.यह प्रतियोगिता खेलों को बढ़ावा देने की दिशा में तमिलनाडु सरकार का बढ़ता कदम है.
समुद्र की लहरों पर संयम, संतुलन और शक्ति का प्रदर्शन
कोटा की स्टेशन क्षेत्र स्थित जेएन मार्शल निवासी गर्विता बल्दुआ ने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता से भारतीय खिलाड़ियों को अपनी क्षमता दिखाने का मौका मिला.राजस्थान से इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाली इकलौती खिलाड़ी थीं, जिन्होंने समुद्र की लहरों पर अपने खेल कौशल से सभी को रोमांचित कर दिया. वह इससे पूर्व पुडुचेरी, वरकला, उड्डपी, महाबलीपरम में सर्फिंग कर चुकी हैं.समुद्र की विशालकाय लहरों पर बैलेंस, संयम और शक्ति का इस खेल में अनूठा संगम होता है.
प्रतियोगिता में 10 देशों ने भाग लिया
गर्विता बल्दुआ ने बताया कि यह अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता हमारे खिलाड़ियों को अपनी क्षमता दिखाने और हमारे देश को गौरवांवित करने का शानदार मंच है.अंतरराष्ट्रीय सर्फ ओपन प्रतियोगिता में 10 देशों के 100 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया.इस प्रतियोगिता की कुल इनामी राशि 45 हजार डॉलर है. इसमें एशिया और ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया.गर्विता ने बताया कि वह टॉप 6 में रही.प्रतियोगिता में मलेशिया, जापान, सिंगापुर, भारत, आष्टेÑलिया, मालदीप, श्रीलंका सहित अन्य देशों ने हिस्सा लिया.
हर दिन कुछ नया होता है समुद्र
गर्विता ने बताया कि समुद्र में हर दिन कुछ नया होता है, लहरों का वेग और उतार-चढाव बदलता है तो हवाओं का रुख भी इस खेल को प्रभावित करता है.लेकिन यह खेल संयम, बैलेंस और एकाग्रता सिखाता है. इसके साथ ही संघर्ष, कड़ी मेहनत और समुद्र के विशालकाय स्वरूप में अपने आप को संभालने की हर तरह से तैयार होने की प्रेरणा देता है.इस प्रतियोगिता की सफलता पर उन्हें 30 हजार का पुरस्कार भी दिया गया.
बेटियों को स्पोर्टस में आगे आने दें
गर्विता ने कहा कि बेटियों को ज्यादा से ज्यादा स्पोर्ट्स में भाग लेने के लिए प्रेरित करना होगा. क्योंकि स्पोर्ट्स आत्मबल और जीवन में हर संघर्ष के लिए आपको तैयार करता है.स्पोर्ट्स के माध्यम से हम निडरता, आत्मबल, आत्मविश्वास सीखते हैं. उन्होंने कहा कि वह गांव के छोटे से तबके से लेकर कई जगह सर्फिंग के दौरान गई हैं और वहां कई चुनौतियों का सामना किया है.तमिलनाडु सरकार बेटियों को प्रयास कर आगे बढा रही है.राजस्थान में भी काफी अच्छा वातावरण है.यहां भी बेटियों को आगे बढाने के लिए स्पोर्टस से जोड़ने की आवश्यकता है.उन्हें अप्पू सर्फ अकेडमी में निशुल्क ट्रेनिंग कैंप में जाने का अवसर मिला तो उन्होंने भारत के साथ राजस्थान का नाम रोशन किया.