गेहलौर घाटी को और विकसित करने की जरूरत है ताकि इसका नाम लोग विश्व में जाने
अतरी
मोहड़ा प्रखंड गेहलौर में बुधवार को पर्वत पुरुष दशरथ मांझी का महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान एससी-एसटी व कल्याण मंत्री संतोष कुमार सुमन ने कहा कि दशरथ बाबा अपने दृढ़ संकल्प से पहाड़ का सीना चीर कर रास्ता बनाने का काम किए। अतरी और वजीरगंज की दूरी 55 किलोमीटर को 15 किलोमीटर बना दिया। उन्होंने किसी भी समाज जाति के लिए काम नहीं किए हैं उन्होंने सभी समाज के लिए काम किया है वे जाति भेदभाव नहीं करते थे।
ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि पर्वत पुरुष दशरथ मांझी जो काम किए हैं उससे लोगों को सीख लेनी चाहिए कोई भी काम करना मुश्किल नहीं है सिर्फ उसको ठान लेना चाहिए कि इस काम को हम करेंगे तो करेंगे उन्होंने छेनी हथौड़ी से पहाड़ का सीना चीरकर रास्ता बना दिया। पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि वह एक मांझी समाज से होते हुए जो काम कर दिए हर व्यक्ति वह काम कर सकता है। लेकिन उनमें दृढ़ संकल्प होना चाहिए दशरथ मांझी जो काम किए हैं उससे गेहलौर का नाम आज लोग विश्व में जान रहे हैं। लेकिन गेहलौर का रास्ता खराब है सामुदायिक भवन है उसमें काई लगा हुआ है उसे देखने से प्रतीत होता है कि सामुदायिक भवन मांझी टोला का है।
आज यह गेहलौर में विकसित नहीं होने का कारण यह है कि दशरथ बाबा मांझी समाज से हैं अगर यही कोई और समाज से होते तो आज गेहलौर विकसित होता । गेहलौर में दशरथ बाबा के नाम से अस्पताल बनाया गया है जहां की डॉक्टर भी उपस्थित नहीं रहते हैं जहां प्रभारी ही गायब रहते हैं उस अस्पताल में डॉक्टर तो गायब रहेंगे ही। अतरी विधायक अजय यादव ने कहा कि अतरी वीरों की भूमि है।