68 संगठनात्मक जिलों में विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी, जिलाध्यक्षों को हटाएगी कांग्रेस
भोपाल
प्रदेश कांग्रेस जल्द ही एक दर्जन के लगभग जिला अध्यक्षों को बदलने जा रही है। इसकी पूरी कवायद हो चुकी है। संगठन के चुनाव के दौरान इनको अपने पद से मुक्त कर दिया जाएगा। इनमें से अधिकांश ऐसे नेता हैं जो विधानसभा का अगला चुनाव लड़ने की इच्छा रखते हैं। वहीं जो विधायक जिला संगठन की बागडोर संभाले हुए हैं, उन्हें भी पद से हटाये जाने की तैयारी है।
सूत्रों की मानी जाए तो इस महीने प्रदेश कांग्रेस अपने एक दर्जन के लगभग जिला अध्यक्षों की पद से छुट्टी करने जा रही है। इसमें पांच वे जिला अध्यक्ष शामिल हैं, जो विधायक भी हैं। इन्हें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने संगठन की जगह पर अपने विधानसभा क्षेत्र में काम करने और सक्रिय होने की सलाह दी है। इसलिए इन्हें जिला अध्यक्ष के पद से हटा दिया जाएगा।
ये विधायक हटेंगे
प्रदेश कांग्रेस के 68 संगठनात्मक जिलों में से कई जिलों में संगठन की कमान विधायकों को सौंप रखी है। इनमें मुरैना ग्रामीण के जिला अध्यक्ष राकेश मवई मुरैना से विधायक हैं। वहीं पुष्पराजगढ़ के विधायक फुंदेलाल मार्को अनूपपुर के जिला अध्यक्ष हैं। उदयपुरा के विधायक देवेंद्र पटेल रायसेन जिला अध्यक्ष हैं। सैलाना के विधायक हर्ष गेहलोत रतलाम ग्रामीण के विधायक हैं। झूमा सोलंकी भीकनगांव की विधायक हैं और खरगौन की जिला अध्यक्ष भी हैं। संगठन चुनाव के बाद इन सभी विधायकों को जिला अध्यक्ष के दायित्व से मुक्त किया जा सकता है।
इन्हें लड़ना हैं चुनाव
वहीं विदिशा जिला अध्यक्ष निशंक जैन को भी हटाया जाएगा, वे गंजबासौदा से फिर से विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। वहीं सेमरिया से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे त्रयुगी नारायण शुक्ला को रीवा ग्रामीण के पद से हटाया जा सकता है। इनके अलावा आधा दर्जन और जिला अध्यक्ष हैं,जो पीसीसी चीफ के सामने विधानसभा का अगला चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त कर चुके हैं। इन पर भी इसी महीने फैसला हो जाएगा।