प्रदेश में आज रात से पेट्रोल पंप बेमियादी हड़ताल पर
जयपुर
पेट्रोल-डीज़ल पर वैट घटाने को लेकर राज्य सरकार और पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन अपनी-अपनी बात पर अड़ा हुआ है, जिसका सीधा खामियाज़ा आम जनता पर पड़ रहा है। अब दो दिन की सांकेतिक हड़ताल के दौरान भी मांगें नहीं माने जाने पर प्रदेश भर के तमाम पेट्रोल पंप कल से बेमियादी हड़ताल पर जाने वाले हैं। यानि कि ज़रूरी सेवाओं को छोड़कर अन्य तमाम तरह के वाहनों को पेट्रोल पंपों से ना पेट्रोल मिल सकेगा और ना ही डीज़ल।
नहीं भरवाया पेट्रोल-डीज़ल, तो आप ही ज़िम्मेदारी
पेट्रोलियम डीलर्स का कल से बेमियादी हड़ताल पर जाना लगभग पक्का है। ऐसे में वाहनचालकों को अपने वाहनों में पेट्रोल-डीज़ल भरवाने का आज आखिरी मौक़ा है। जो वाहन चालक आज सुबह 10 बजे तक पेट्रोल-डीज़ल नहीं भरवा सके हैं, उनके पास शाम 6 बजे से लेकर रात 12 बजे तक का ही समय रहेगा। यदि इस दौरान भी आप पेट्रोल-डीज़ल भरवाने से चूक जाते हैं तो इसकी ज़िम्मेदारी आप की ही रहने वाली है।
सरकार की दो टूक, 'हमारे नहीं, केंद्र के पाले में गेंद'
पेट्रोलियम डीलर्स की प्रदेश भर में दो दिन की सांकेतिक हड़ताल पर सीएम अशोक गहलोत ने कोटा दौरे के दौरान प्रतिक्रिया दी। उन्होंने एक बार फिर दो-टूक कहा कि पेट्रोल-डीज़ल पर महंगाई कम करने की ज़िम्मेदारी राज्य की नहीं, बल्कि केंद्र सरकार की है। उन्होंने केन्द्र सरकार से एक्साइज ड्यूटी घटाकर लोगों को राहत देने की बात कही।
सीएम गहलोत की ये हैं 5 दलीलें-
– केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में राज्य सरकारों का हिस्सा खत्म किया
– स्पेशल एक्साइज ड्यूटी, एडिशनल एक्साइज ड्यूटी और सेस जैसे तीन नए टैक्स लगाए
– इन नए टैक्सों में राज्यों की हिस्सेदारी शून्य है- राज्यों को राजस्व का भारी घाटा हो रहा है
– भाजपा शासित मध्य प्रदेश में राजस्थान से ज़्यादा हैं पेट्रोल- डीजल के दाम
मांगों पर अड़े डीलर्स, कल से बेमियादी हड़ताल
पेट्रोल पम्पों में हड़ताल पर सीएम गहलोत के दो-टूक के बाद पेट्रोलियम डीलर्स का रुख नरम पड़ने के बजाये और भड़क गया है। डीलर्स एसोसिएशन अब भी अपनी मांगों और कल से बेमियादी हड़ताल पर जाने पर अड़ा हुआ है। एसोसिएशन अध्यक्ष सुनीत बगई ने 'न्यूज़ टुडे' को बताया कि पेट्रोलियम डीलर्स की मांगें वाजिब हैं। सरकार हमारी मांगों की ओर ध्यान देना तो दूर बातचीत तक करने को तैयार नहीं है।
पेट्रोलियम डीलर्स की ये हैं दलीलें-
– राजस्थान में देशभर में पेट्रोल-डीज़ल पर सबसे ज़्यादा वैट
– सरकार की ओर से बातचीत का कोई न्यौता नहीं
– सरकार को कई बार लिख चुके पत्र, लेकिन कोई असर नहीं- सीमावर्ती इलाकों में ईंधन स्टेशनों पर संकट है, वाहन चालक पड़ोसी राज्यों से ईंधन खरीद रहे हैं
– कई पेट्रोल पंपों ने काम करना बंद कर दिया, कई बंद होने की कगार पर
पहले दिन हड़ताल का असर
प्रदेश भर के पेट्रोल पंपों पर कल पहले दिन हड़ताल का खासा असर रहा। इस दौरान लगभग 6 हज़ार 712 पेट्रोल पंप बंद रहे जिसके कारण लगभग 15 हज़ार 231 किलो लीटर डीजल और 68 हज़ार 859 किलो लीटर पेट्रोल की कुल बिक्री प्रभावित रही। इससे सरकार को राज्य स्तर पर पेट्रोल-डीजल की बिक्री से मिलने वाले राजस्व में लगभग 44 करोड़ का नुकसान हुआ।
कोको पंप खुले- मिल सकेगी राहत
राजधानी में हड़ताल के बीच पेट्रोलियम कंपनियों से सीधे संचालित कोको पेट्रोल पंप चालू हैं, जिनसे पेट्रोल-डीजल भरवाया जा सकता है। जानकारी के अनुसार जयपुर में तीन अलग-अलग पेट्रोलियम कंपनियों के 6 पेट्रोल पंप आज खुले हैं।
यहां भरवा सकेंगे पेट्रोल-डीज़ल
– एचपीसीएल पेट्रोल पंप- विद्याधर नगर थाने के सामने
– एचपीसीएल पेट्रोल पंप- सिविल लाइंस मेट्रो स्टेशन, अजमेर रोड
– आईओसीएल पेट्रोल पंप- सहकार मार्ग
– बीपीसीएल पेट्रोल पंप- सहकार मार्ग
– बीपीसीएल पेट्रोल पंप- टोंक रोड, सीतापुरा
– आईओसीएल पेट्रोल पंप- अग्रवाल फार्म, मानसरोवर