सितम्बर माह के अंत तक प्रदेश के स्कूली बच्चों को मिल जाएगी पोशाक
रांची
झारखंड के स्कूली बच्चों को इस माह पोशाक उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. झारखंड शिक्षा परियोजना की ओर से इसके लिए जिलों को 207 करोड़ रुपये उपलब्ध कराये गये हैं. लेकिन, अब तक 22 करोड़ ही खर्च हुआ है. झारखंड शिक्षा परियोजना की निदेशक किरण कुमारी पासी ने समीक्षा बैठक की. बैठक में सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला शिक्षा अधीक्षक शामिल हुए. समीक्षा के दौरान पाया गया कि राशि उपलब्ध कराये जाने के बाद भी बच्चों को अब तक पोशाक नहीं मिली है.
बच्चों को डीबीटी से दी जाएगी राशि
राशि बच्चों के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से जाएगी झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की राज्य परियोजना निदेशक किरण कुमारी पासी ने जिलों को निर्देश दिया है कि पोशाक की राशि बच्चों के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से दी जानी है। अगर स्वयं सहायता समूह निर्धारित समय पर पोशाक तैयार कर दे तो उससे भी लिया जा सकता है।
बिना खाता ऐसे मिलेगी पोशाक
जिनका अब तक खाता नहीं खुला है उनके लिए व्यवस्था पहली और दूसरी के जिन विद्यार्थियों का बैंक या डाकघर में अब तक खाता नहीं खुला है उन विद्यार्थियों को विद्यालय प्रबंध समिति के माध्यम से पोशाक की राशि उपलब्ध करायी जाएगी। अगर ऐसे बच्चों के माता-पिता के नाम से जनधन खाता हो तो राशि डीबीटी के जरिए इस खाते में दी जाएगी।
लिस्ट उपलब्ध होगी बच्चों को पोशाक की राशि उपलब्ध कराए जाने के बाद इसकी लिस्ट स्कूल को उपलब्ध करायी जानी है, ताकि वे निर्धारित समय पर स्कूल व बच्चों को पता चल सके कि राशि उनके खाते में आ गई है।
पहली से 5वीं तक के लिए
● दो जोड़ी पोशाक 350 रुपये
● एक फुल स्वेटर 150
● स्एक जोड़ा जूता-मोजा 100
● कुल 600 रुपये
छठी से आठवीं के लिए
● दो जोड़ी पोशाक 400 रुपये
● एक फुल स्वेटर 200 रुपये
● स्एक जोड़ा जूता-मोजा 160
● कुल 760 रुपये