पीएम विश्वकर्मा योजना से न सिर्फ शिल्पकारों- कारीगरों का सम्मान बढ़ेगा बल्कि उनकी आजीविका के अवसर बढ़ेंगे – रेणुका
रायपुर
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के शुभारंभ अवसर पर आज छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भारतीय जनजातीय सहकारी विपणन विकास महासंघ (ट्राईफेड), रायपुर के संयोजन में पंडित दीनदयाल उपाध्याय आॅडिटोरियम में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं केन्द्रीय जनजातीय कार्य राज्यमंत्री श्रीमती रेणुका सिंह सरूता। इस अवसर पर रायपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद सुनील सोनी, रायपुर से विधायक बृजमोहन अग्रवाल, बीरगांव नगर निगम के महापौर नंदलाल देवांगन, ट्रायफेड की प्रबंध निदेशक गीतांजलि गुप्ता और रायपुर के कलेक्टर डॉक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।कार्यक्रम में विभिन्न विधाओं के कारीगर भी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रेणुका सिंह ने कहा कि हमने पारंपरिक कामों को छोड़ दिया है और उन पारंपरिक कामों को बढ़ावा देने के लिए ही पीएम विश्वकर्मा योजना प्रारम्भ की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के शिल्पकारों और कारीगरों को सशक्त बनाने के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि आज शुरू हुई पीएम विश्वकर्मा योजना से न सिर्फ शिल्पकारों- कारीगरों का सम्मान बढ़ेगा बल्कि उनकी आजीविका के अवसर बढ़ेंगे और उनका भविष्य उज्जवल होगा। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक सहायता दी जाएगी। योजना के पहले चरण में स्थानीय प्रशासन और बैंकों के सहयोग से कामगारों को 5 प्रतिशत ब्याज दर से एक लाख रुपए का लोन मिलेगा, जिससे व्यवसाय के लिए जरूरी पूंजी की आवश्यकता पूरी होगी। उन्होंने बताया कि योजना के अंतर्गत कारीगरों और शिल्पकारों को ट्रेनिंग भी मिलेगी। योजना के तहत लाभार्थियों को टूलकिट और स्टाइपेंड भी प्रदान किए जाएंगे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रायपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद सुनील सोनी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत और वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनाने के लिए हमारे कारीगरों एवं शिल्पकारों का सशक्त होना आवश्यक है। इस आवश्यकता को समझते हुए पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरूआत की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस योजना से न सिर्फ कारीगर अपना व्यवसाय बढ़ा सकेंगे बल्कि वे दूसरे लोगों को भी रोजगार देने में सक्षम बनेंगे। यह योजना कारीगरों के कौशल के सम्मान के साथ ही उनकी आमदनी को बढ़ाने का भी माध्यम बनेगी।
श्री सुनील सोनी ने कहा कि केवल नौकरी से बेरोजगारी दूर नहीं की जा सकती है,इसलिए स्वरोजगार योजनाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पीएम विश्वकर्मा योजना से न केवल कारीगरों का कौशल विकास होगा बल्कि उनके उत्पादों की मार्केटिंग, विज्ञापन और निर्यात की व्यवस्था केन्द्र सरकार करेगी।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में रायपुर के कलेक्टर डॉक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि परम्परागत शिल्प को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा 13 हजार करोड़ रुपए बजट के साथ पीएम विश्वकर्मा योजना प्रारम्भ की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस योजना के लिए पंजीयन की शुरूआत हो गई है। कार्यक्रम के अंत में विधायक,श्री बृजमोहन अग्रवाल ने विश्वकर्मा जयंती की शुभकामनाएं देते हुए उपस्थितसभी अतिथियों धन्यवाद ज्ञापित।