बवाना इंडस्ट्रियल एरिया में प्लास्टिक दाना फैक्टरी में धमाका, दो मजदूरों की मौत
नईदिल्ली
बवाना इलाके में प्लास्टिक दाना फैक्टरी में भीषण धमाके से दो श्रमिकों की मौत हो गई। हादसे में एक महिला समेत चार लोग झुलस गए। इनमें दो की हालत गंभीर बनी हुई है।
लाइटर से प्लास्टिक निकाल रहे थे
बवाना सेक्टर तीन के बी ब्लॉक में तीन मंजिला फैक्टरी है। यहां पर कचरे को तोड़कर प्लास्टिक दाना बनता है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि फैक्टरी के ग्राउंड फ्लोर पर कचरे को मशीन में दबाकर चूरा बनाया जाता है। यह कबाड़ियों से खरीदा जाता है। चूंकि सिगरेट लाइटर की प्लास्टिक से दाना अच्छी गुणवत्ता का बनता है, इसलिए फैक्टरी में लाइटर के प्लास्टिक को विशेष तौर पर खरीदा जाता है। संजीव, सोनू, उषा, भानु, हरवीर और अशोक सिगरेट लाइटर के ढेर को मशीन में दबा रहे थे। इसी दौरान हादसा हो गया।
दीवारें क्षतिग्रस्त हुईं
विस्फोट इतना भयानक था कि आसपास की इमारतें तक हिल गईं। फैक्टरी की दीवारें क्षतिग्रस्त हो गईं और बाहर खड़ी कार के शीशे भी चकनाचूर हो गए। फैक्टरी के बाहर भी प्लास्टिक दाने का सामान बिखर गया था। हरवीर और अशोक आगे थे, इसलिए विस्फोट का प्रभाव सबसे अधिक इन पर पड़ा। दोनों के शरीर के निचले हिस्से के चिथड़े उड़ गए। स्थानीय लोगों ने घायलों को महर्षि वाल्मीकि अस्पताल में भर्ती कराया जहां हरवीर और अशोक को मृत घोषित कर दिया। 60 फीसदी जले भानु और 50 फीसदी जले सोनू को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं संजीव और उषा की हालत खतरे से बाहर है। पुलिस ने फैक्टरी मालिक मुकेश के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
एक ही गांव से आए थे
हादसे में मारे गए हरवीर और अशोक एटा जिले के नगरिया गांव के रहने वाले थे। हादसे में बुरी तरह से झुलसा भानु भी इसी गांव का है। पुलिस ने इनके कागजातों के आधार पर परिजनों को हादसे की सूचना दे दी है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि गुरुवार को परिजनों के आने पर बीएसए अस्पताल के शवगृह में पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
लाइटर में मौजूद द्रव पदार्थ से हुआ हादसा
पुलिस अधिकारी ने बताया कि लाइटर के अंदर भरे हुए ज्वलनशील द्रव की वजह से हादसा हुआ है। दरअसल, मशीन के दबाव से गर्मी उत्पन्न हुई और विस्फोट हो गया। मौके पर फारेंसिक, क्राइम और रोहिणी फारेंसिक लैब की टीम ने सबूत जमा किए। इसके अलावा इमारत को सील कर दिया गया है। साथ ही फैक्टरी मालिक की तलाश की जा रही है।
पहले भी हुए हैं ऐसे हादसे
● 17 अगस्त 2023 बवाना प्लास्टिक दाना फैक्टरी में भीषण आग, पांच झुलसे
● 24 जुलाई 20223 लिबासपुर में जूता फैक्टरी में आग से चार दमकल कर्मी झुलस गए थे
● 13 मई 2022 मुंडका स्थित फैक्टरी में भीषण आग से 27 लोगों की मौत
● 8 दिसम्बर 2019 सदर बाजार स्थित बैग फैक्टरी में आग से 46 की मौत