पहली मुठभेड़ में भाग निकला था महिला सिपाही से दरिंदगी करने वाला अनीस, STF ने दौड़ाकर मारा
अयोध्या
पुलिस एनकाउंटर में मारा गया अनीस खान पहले मुठभेड़ में भाग निकला था। उसको पकड़ने के लिए पुलिस ने घेराबंदी की और पूराकलंदर के छतिरवा के पास उसको दोबारा घेरा गया। पुलिस ने उसको आत्मसमर्पण के लिए कहा, लेकिन टीम पर फायर करते हुए उसने दोबारा भागने का प्रयास किया।
इस बार पुलिस की जवाबी फायरिंग में अनीस ढेर हो गया। गोलीबारी में थाना प्रभारी रतन शर्मा और दो सिपाही भी घायल हुए हैं। अनीस से पहली मुठभेड़ इनायतनगर के चमैला गांव के पास देर रात करीब डेढ़ बजे हुई। एसटीएफ के साथ वहां के थाना प्रभारी अरुण सिंह ने अनीस के साथ उसके दो अन्य साथियों को घेर लिया।
मुठभेड़ के दौरान अनीस खान तो भाग निकला, लेकिन उसके साथी आजाद खान और विशंभर दयाल दुबे पकड़े गए। अनीस के साथियों को भी गोली लगी है, जिनका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। अनीस इसी जिले के हैदरगंज दशलावन गांव का रहने वाला था। आजाद भी इसी गांव का है, जबकि विशंभर सुलतानपुर जिले के कूड़ेभार पिपरी सामनाथ का रहने वाला है।
महिला आरक्षी भी सुलतानपुर जिले में ही तैनात थी। इसी लिए पुलिस की जांच में विशंभर का इस घटना से सीधा संबंध होने की आशंका है। अनीस के घर पर भी फोर्स तैनात कर दी गई है। तीनों का आपराधिक इतिहास भी पुलिस खंगाल रही है। तीनों ने महिला आरक्षी पर जानलेवा हमला क्यों किया यह अभी प्रकाश में नहीं आया है। हालांकि की मामले में दर्ज मुकदमे में विवेचना के दौरान लूट की धारा को भी बढ़ाया गया है। एसएसपी राजकरन नय्यर ने बताया कि घायलों का उपचार चल रहा है।