School में Student से क्रूरता: प्रिंसीपल ने माथे और बाजू पर लिखा चोर, होश उड़ा देगा मामला
लुधियाना
मुस्लिम कालोनी में एल.के.जी. के बच्चे से मारपीट का मामला अभी शांत नहीं हुआ था कि अब डाबा-लोहारा स्थित कैप्टन कालोनी की गली नंबर 4 में एक प्राइवेट स्कूल की शर्मनाक हरकत सामने आई है। जिसमें प्रिंसीपल ने एक 8वीं कक्षा की छात्रा को क्रूर सजा दी। उसके माथे और हाथ पर चोर लिखकर उसे स्कूल में घुमाकर बेइज्जत किया गया।
इस क्रूरता के बाद शर्मसार हुई छात्रा ने तीसरी मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की लेकिन वह गंभीर रूप से घायल हो गई जिसे स्कूल प्रशासन ने गिल स्थित प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया।इसके साथ ही छात्रा के परिवार को पुलिस के पास शिकायत न करने के लिए धमकाया गया कि अगर शिकायत की तो वे बच्चे का इलाज नहीं करवाएंगे। करीब 8 दिनों तक स्कूल ने यह मामला दबाए रखा। मगर मोती नगर का मामला सामने आने के बाद पीड़ित परिवार ने चुप्पी तोड़ी। जब इस बात की खबर कांग्रेसी नेता सुशील कपूर लक्की को मिली तो वह स्कूल प्रशासन से बात करने गए, मगर उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई जिसके बाद उन्होंने स्कूल के बाहर धरना-प्रदर्शन किया। सूचना के बाद थाना डाबा की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी।
स्कूल में सिमरन नामक छात्रा 8वीं कक्षा में पढ़ती है। उसकी बहन भी इसी स्कूल में पढ़ती है। सिमरन ने बताया कि सहेली ने उसे कुछ नोट्स बनाने को दिए थे लेकिन किसी कारण वह नहीं बना पाई तो 15 सितम्बर को सहेली ने नोट्स मांगे। लेकिन उसने बताया कि वह नहीं बना पाई और उसकी कॉपी घर पड़ी है। उसकी सहेली ने टीचर से शिकायत कर दी।उसके बाद उसे घर कापी लेने के लिए भेज दिया था। मगर किसी ने अन्य कापी उसके बैग में रख दी थी और आरोप लगा दिया कि उसने कापी चोरी की है। टीचर ने यह बात प्रिंसीपल को बता दी थी जिसके बाद उसके बैग से कापी निकालकर उसे चोर बताने लगे। प्रिंसीपल ने उसे सजा देने के लिए उसके माथे और बाजू पर ‘चोर लिख दिया था। फिर उसे स्कूल में घुमाया। कुछ देर बाद शर्मसार बच्ची तीसरी मंजिल से नीचे कूद गई जिसके बाद स्कूल प्रशासन ने उसे प्रो-लाइफ अस्पताल में भर्ती करवा दिया था।
डाक्टरों ने बताया कि बच्ची की रीढ की हड्डी और कूल्हा टूट गया। परिवार का आरोप है कि प्रिंसीपल ने उन्हें धमकाया था कि अगर पुलिस को शिकायत की तो वे बच्ची का इलाज नहीं करवाएंगे। इस बीच स्कूल प्रबंधन ने पीड़ित परिवार से खाली दस्तावेजों पर साइन भी करवा लिए थे। अब थाना डाबा की पुलिस को शिकायत दी गई है। थाना डाबा के एस.आई. कुलबीर सिंह ने बताया कि अगर पीड़ित परिवार कोई शिकायत देता है तो उनके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।