अमेरिका के लिए अस्तित्व का खतरा पैदा करता है चीन : निक्की हेली
वाशिंगटन
अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार बनने की दावेदार और भारतीय-अमेरिकी नेता निक्की हेली ने चीन को अमेरिका और दुनिया के ‘‘अस्तित्व के लिए खतरा’’ बताया और दावा किया है कि बीजिंग ‘‘युद्ध की तैयारी कर रहा’’ है।
हेली ने न्यू हैम्पशायर के प्राइमरी चुनाव के लिए अर्थव्यवस्था पर अहम नीतिगत भाषण देते हुए कहा कि चीन ने आधी सदी अमेरिका को हराने की साजिश रचने में बिताई है और कुछ मामलों में चीन की सेना अमेरिकी सैन्य बलों के बराबर पहुंच चुकी है।
उनके इस भाषण से दो दिन पहले ही रिपब्लिकन उम्मीदवार बनने की दावेदारी में उनके प्रतिद्वंद्वी एवं भारतीय-अमेरिकी नेता विवेक रामास्वामी ने ओहायो में चीन संबंधी विदेश नीति पर भाषण दिया था। हेली और रामास्वामी दोनों अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बाद रिपब्लिकन उम्मीदवार बनने के लोकप्रिय दावेदार बनकर उभरे हैं।
हेली ने कहा, ‘‘ताकत और गौरव हमारे राष्ट्रीय अस्तित्व के लिए आवश्यक हैं, खासकर कम्युनिस्ट चीन के समक्ष। चीन अस्तित्व के लिए खतरा है। उसने हमें हराने की साजिश रचने में आधी सदी बिताई है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि चीन ने अमेरिका की विनिर्माण संबंधी नौकरियां छीनी हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘उसने हमारे कारोबारी रहस्यों को जान लिया। अब यह दवाओं से लेकर उन्नत प्रौद्योगिकी तक महत्वपूर्ण उद्योगों पर नियंत्रण कर रहा है। चीन रिकॉर्ड समय में आर्थिक रूप से पिछड़े देश से पृथ्वी की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।’’
हेली ने कहा, ‘‘उसकी पहले स्थान पर पहुंचने की मंशा है और कम्युनिस्ट पार्टी के इरादे साफ है। वे एक बड़ी एवं अत्याधुनिक सेवाओं से लैस सेना का निर्माण कर रहे हैं, जो अमेरिका को डराने, एशिया और अन्य स्थानों पर अपना प्रभुत्व कायम करने में सक्षम हो।’’
उन्होंने कहा, ‘‘चीन की सेना कुछ मामलों में पहले से ही अमेरिकी सशस्त्र बलों के बराबर है। वे अन्य क्षेत्रों में हमें मात दे रहे हैं। चीन के नेता इतने आश्वस्त हैं कि वे हमारे हवाई क्षेत्र में जासूसी गुब्बारे भेज रहे हैं और हमारे तटों के ठीक पास क्यूबा में एक जासूसी अड्डा बना रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘किसी गलतफहमी में न रहें: कम्युनिस्ट पार्टी युद्ध की तैयारी कर रही है और चीन के नेता जीतने का इरादा रखते हैं।’’
अमेरिका में भारतीय नागरिक को धनशोधन की साजिश के जुर्म में 10 साल की कैद
वाशिंगटन
अमेरिका में कोलोराडो की एक अदालत के अटॉनी कार्यालय ने कहा कि एक भारतीय नागरिक को धन शोधन की साजिश रचने के जुर्म में 10 साल की जेल की सजा सुनायी गयी है।
जारी एक मीडिया विज्ञप्ति के अनुसार, ध्रुव जानी (40) को 11 लाख डॉलर की क्षतिपूर्ति का आदेश भी दिया गया है। अभियोजन पक्ष के अनुसार, जानी एक सरकारी अधिकारी बनकर धनशोधन करने की साजिश का हिस्सा था।
अमेरिका में इस धोखाधड़ी के पीड़ितों से टेलीफोन के जरिए संपर्क किया गया और उन्हें यह विश्वास दिलाया गया कि वे संघीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के ‘‘एजेंट’’ की जांच के घेरे में हैं।
संघीय अभियोजकों ने बताया कि पीड़ितों को बताया गया कि वे एक आपराधिक घटना से जुड़े हैं और कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने उन्हें तुरंत गिरफ्तार करने या अमेरिका से प्रत्यर्पित करने का आदेश दिया तथा वे ‘‘सरकार’’ को भारी-भरकम रकम देकर इससे बच सकते हैं।
सामाजिक सुरक्षा प्रशासन के महानिरीक्षक गैल एस एनिस ने कहा, ‘‘यह सजा जानी को सामाजिक सुरक्षा और सरकारी धोखाधड़ी के उनके दुर्भावनापूर्ण कृत्यों के लिए जिम्मेदार ठहराती है जिसमें कमजोर व्यक्तियों को निशाना बनाया गया।’’