प्रदेश में पंजीयन—मुद्रांक विभाग के कर्मचारियों ने की हड़ताल, रजिस्ट्री व अन्य कार्य अटके
जयपुर
प्रदेश में पंजीयन—मुद्रांक विभाग के कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दी है। कर्मचारी अपने अपने कार्यालय में आए है। लेकिन कार्य बहिष्कार का निर्णय होने की वजह से काम नहीं कर रहे है। राज्य में मॉडल पासपोर्ट ऑफिस की तर्ज पर 10 मॉडल उप पंजीयक कार्यालय खोलने की प्रक्रिया का विरोध किया जा रहा है।
राजस्थान राज्य पंजीयक एवं मुद्रांक विभाग, मंत्रालयिक कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष भीखाराम चौधरी ने कहा कि हमने पहले विभाग के महानिरीक्षक को ज्ञापन दिया। 28 सितंबर तक मांगों का समाधान करने के लिए कहा था। लेकिन हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया। जिसकी वजह से आज से पूरे प्रदेश में कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी है। अब कर्मचारी तब तक हड़ताल पर रहेंगे। जब तक मांगें नहीं मानी जाएगी।
ऐसी स्थिति में सभी जिलों में रजिस्ट्री व राजस्व से जुड़े अन्य कार्य अटक गए है। माना जा रहा है कि प्रदेश मे हड़ताल की वजह से हर दिन करोड़ों रुपए की राजस्व हानी होगी। बता दें कि एजेंसी के जरिए निजी कर्मचारियों को लगाने को एक तरह से निजीकरण के तौर पर भी देखा जा रहा है। कर्मचारियों को पद समाप्त होने का डर सता रहा है। राज्य में पंजीयन विभाग के 166 कार्यालय एवं अजमेर में मुख्यालय है। इनमें 1500 कर्मचारी अधिकारी कार्यरत हैं।
प्रथम चरण में जोधपुर तथा बीकानेर में मॉडल उप पंजीयक कार्यालय खोल चुका है। तीसरा कार्यालय अजमेर में खोलने की तैयारी की जा रही है। जयपुर, भरतपुर, उदयपुर, सीकर, बाड़मेर व भिवाड़ी में भी मॉडल उप पंजीयक कार्यालय खुलेगा। विभाग के कर्मचारी नई व्यवस्था को संकट के रूप में देख रहे हैं।